उत्तर प्रदेश के आगरा में हलचल तेज है. जिले के गढ़ी रामी गांव में 12 अप्रैल को करणी सेना के आवाहन पर विशाल जनसभा होनी है. इस जनसभा में 'क्षत्रिय सम्मान' की बात होगी, साथ ही सपा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर दिए विवादित बयान का पुरजोर तरीके से प्रतिकार किया जाएगा. जनसभा के लिए करीब 50 हजार स्क्वायर मीटर एरिया के खेतों को खाली किया गया है. लाखों की भीड़ उमड़ने का दावा है. गांव-गांव, कस्बे-कस्बे मीटिंग हो रही हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जनसभा में ले जाया जाए.
दरअसल, बीते दिनों राणा सांगा पर बयान देने वाले सपा सांसद रामजीलाल सुमन के आगरा स्थित घर पर करणी सेना ने बवाल काट दिया था. इस दौरान पुलिस से उनकी भिड़ंत भी हुई थी. अब एक बार फिर से ये मामला तूल पकड़ रहा है क्योंकि, करणी सेना ने 12 अप्रैल को राणा सांगा की जयंती पर एक बड़े कार्यक्रम के आयोजन का ऐलान किया है. इसको लेकर पुलिस ने भी कमर कस ली है और वो अलर्ट मोड पर है. दंगा नियंत्रण रिहर्सल भी किया.
उधर, आगरा में 12 अप्रैल को होने वाली करणी सेना की जनसभा में किसी भी कीमत पर हिंसा न फैलने देने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है. पुलिस तंत्र का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखे हुए है. जो लोग सोशल मीडिया पर हिंसा की बातें कर रहे हैं उनको सीधे नोटिस भेजे जा रहे हैं. बकौल एडिशनल सीपी संजीव त्यागी- अभी तक 1300 लोगों को नोटिस भेजे जा चुके हैं. हिंसा के मंसूबे रखने वाले पुलिस के रडार पर हैं.
गौरतलब है कि पुलिस की तैयारी में एक कंपनी आरएएफ, आठ कंपनी पीएसी समेत बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान और अधिकारी चप्पे चप्पे पर तैनात रहेंगे. रामजीलाल सुमन के घर से जनसभा स्थल तक सात थानों के इलाकों से सड़के गुजरती हैं, इन सभी सड़कों पर पुलिस की सीधी निगाह रहेगी तो कहीं पर सीसीटीवी के जरिए.
उधर, क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने बीते दिन मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रशासन को हमारी मांगों पर निर्णय करना है, वरना इसके बाद हम करेंगे. क्षत्रिय करणी सेना के लोगों ने सांसद रामजीलाल सुमन की राज्यसभा सदस्यता समाप्त करने, केस दर्ज करने, संपत्तियों की जांच कराने, करणी सेना के कार्यकर्ताओं के केस वापस लेने, सांसद व उनके पुत्र के विरुद्ध केस दर्ज कराने, सुमन को पार्टी से निकालने की मांग की है.
अरविंद शर्मा