उत्तर प्रदेश में कानपुर के बर्रा इलाके में आंखों से अंधे लाचार बड़े भाई ने अपने छोटे भाई को घर में दोस्त के साथ शराब पार्टी करने से रोका तो मानो गुनाह ही कर दिया. छोटे भाई ने उसको बड़ी बेरहमी से ईंट और सरिए से पीट पीट का मार डाला। भाई चीखता रहा लेकिन छोटे भाई के दिल में जरा भी रहम नहीं आया. इस दौरान उसे बचाने के लिए बहन दौड़ी तो उसको भी मारने की कोशिश की. हत्या के बाद परिवार वालों ने आरोपी के दोस्त को तो पकड़ लिया लेकिन वह फरार हो गया. बड़ा भाई आंखों से अंधा कुंदन अपने छोटे भाई चंदन और बहन कंचन के साथ रहता था. मां बाप की डेथ हो चुकी थी. बड़ा भाई लाचार था, कुछ करने में समर्थ नहीं था तो घर में रहता था जबकि छोटा भाई चंदन और बहन कंचन काम करते थे.
कंचन का आरोप है कि चंदन अपने दोस्तों के साथ अकसर घर में आकर दारू पार्टी करता था. इस दौरान वे लोग आपस में झगड़ा भी करते थे. बुधवार की रात को भी चंदन घर में अपने दोस्त राजू चौरसिया के साथ दारू पार्टी कर रहा था. रात को 2 बज गए थे इसलिए बड़े भाई चंदन ने उसको रोकते हुए कहा कि घर में पार्टी मत करो लेकिन इससे वह नाराज हो गया. उसने कहा तुमको दिखाई नहीं देता अंधे हो लेकिन सुनाई सब देता है. मेरे दोस्त के सामने मेरी बेइज्जती कर रहे हो. बस इसके बाद चंदन ने राजू के साथ मिलकर कुंदन को मारना शुरू कर दिया.
कंचन ने बताया कि उसने ईंट से भाई का सिर कुचल डाला. इसके बाद सरिया मार मार कर खोपड़ी फोड़ डाली .बड़े भाई का चिल्लाना सुनकर जब कंचन के ऊपर के फ्लोर पर पहुंची तो उसने उसको भी मारने की कोशिश की. लेकिन कंचन ने चिल्लाकर मोहल्ले वालों को बुला लिया. ऐसे में चंदन बहन को छोड़कर राजू के साथ भागने लगा. मोहल्ले को लोगों ने राजू को तो पकड़ लिया लेकिन चंदन फरार हो गया.
बहन की सूचना पर पुलिस मौके पर आई. पुलिस ने कुंदन की बॉडी का पंचनामा करके पोस्टमार्टम को भेज दिया और जांच शुरू कर दी. गुरुवार को पोस्टमार्टम हाउस में बहन कंचन ने रो रो के बताया कि मेरा बड़ा भाई कुंदन भले ही देख नहीं सकता था लेकिन हम दोनों को बहुत प्यार करता था. वह चंदन की पार्टी, शराब बाजी का विरोध करता था. वह चंदन को संमझाता था कि - हम लोगों के मां-बाप नहीं है, तो हमें प्यार से रहना है लेकिन चंदन ने सब बर्बाद कर दिया. उसने बड़े भाई को बेहरेमी से मार डाला.
रंजय सिंह