कन्नौज में ट्रैफिक इंस्पेक्टर आफाक खान क्यों किया गया लाइन हाजिर? हिंदूवादी संगठनों ने की थी शिकायत

कन्नौज में यातायात नियमों को समझाने के दौरान धार्मिक बातें करने वाले टीएसआई आफाक खान विवादों में घिर गए हैं. हिंदूवादी संगठनों की शिकायत और वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने मामले की जांच बैठाते हुए अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया है.

Advertisement
कन्नौज जिले के टीएसआई आफाक खान (File Photo) कन्नौज जिले के टीएसआई आफाक खान (File Photo)

नीरज श्रीवास्तव

  • कन्नौज ,
  • 18 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:37 PM IST

यूपी के कन्नौज जिले के टीएसआई आफाक खान को ड्यूटी के दौरान इस्लामी प्रचार करने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया है. करीब एक सप्ताह पूर्व एक इंटर कॉलेज में छात्राओं को यातायात के प्रति जागरूक करते समय उन्होंने पैगंबर का नाम लेकर धार्मिक बातें की थीं. 9 दिसंबर को इस घटना का वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने एसपी विनोद कुमार से मिलकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. 15 दिसंबर को मिली शिकायती पत्र का संज्ञान लेते हुए एसपी ने यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की है.

Advertisement

छात्राओं के बीच धार्मिक बातें करने का वीडियो वायरल

दरअसल, टीएसआई आफाक खान एक आदर्श इंटर कॉलेज में छात्राओं को यातायात सुरक्षा के बारे में जानकारी दे रहे थे. इसी दौरान उन्होंने नियमों को समझाने के बीच में पैगंबर का नाम लेना शुरू कर दिया और कुछ इस्लामी बातें कीं. इसका वीडियो जब सोशल मीडिया पर सामने आया, तो हिंदूवादी संगठनों ने इसे सरकारी ड्यूटी के दौरान धर्म विशेष का प्रचार बताकर हंगामा शुरू कर दिया.

हिंदूवादी संगठनों की नाराजगी और एसपी की कार्रवाई

वीडियो वायरल होने के बाद हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इसे सरकारी नियमों का उल्लंघन माना और 15 दिसंबर को एसपी विनोद कुमार को ज्ञापन सौंपा. संगठनों का आरोप था कि अधिकारी अपनी वर्दी और पद का दुरुपयोग धार्मिक प्रचार के लिए कर रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने तत्काल जांच के आदेश दिए और टीएसआई आफाक खान को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया.

Advertisement

अक्सर सुर्खियों में रहते हैं टीएसआई आफाक खान

बता दें कि टीएसआई आफाक खान पहले भी कई बार सुर्खियों में रह चुके हैं. वे अक्सर लोगों से बातचीत करने, लोगों से गिफ्ट लेने या अनोखे अंदाज में यातायात नियम समझाने को लेकर चर्चा बटोरते रहे हैं. हालांकि, इस बार छात्राओं के बीच धार्मिक संदेश देना उन्हें भारी पड़ गया और अब विभाग उनके आचरण की गहन जांच कर रहा है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement