वो स्त्री है, कुछ भी कर सकती है..., चर्चा में बच्चे को सीने पर बांधकर टिकट काटती है कंडक्टर  

झांसी की महिला बस कंडक्टर निधि तिवारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने छोटे बच्चे को सीने से बांधकर यात्रियों की टिकट काटती नजर आ रही हैं. निधि उरई डिपो में कार्यरत हैं और रोज अपने बेटे के साथ ड्यूटी करती हैं. वह मां होने के साथ नौकरी की जिम्मेदारी भी निभा रही हैं, जिससे लोगों ने उनके जज्बे को सलाम किया है.

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चर्चा में बच्चे को सीने पर बांधकर टिकट काटती है कंडक्टर  (Photo: ITG) चर्चा में बच्चे को सीने पर बांधकर टिकट काटती है कंडक्टर  (Photo: ITG)

प्रमोद कुमार गौतम

  • झांसी,
  • 13 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:34 AM IST

मां होते हुए किसी भी क्षेत्र में काम करना महिलाओं के लिए बड़ी चुनौती साबित होता है. मां का फर्ज निभाते हुए बाहरी काम को संभालना आसान नहीं लेकिन कहते हैं न कि वो स्त्री है कुछ भी कर सकती है. इसी फिल्मी डायलॉग को सच कर दिखाया है उत्तर प्रदेश रोडवेज में कार्यरत महिला बस कंडक्टर निधि तिवारी ने, जो एक मां और एक जिम्मेदार कर्मचारी, दोनों भूमिकाओं को बखूबी निभा रही हैं.

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उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने मासूम बच्चे को सीने से बांधकर बस में टिकट काटती नजर आ रही हैं. इस वीडियो ने लोगों के दिल जीत लिए हैं और उसे देखकर सभी जमकर तारीफ कर रहे हैं.

वायरल वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि निधि तिवारी बस के अंदर अपने छोटे से बच्चे को दुपट्टे की मदद से सीने से बांधकर यात्रियों के टिकट काट रही हैं. एक हाथ में टिकट मशीन है और दूसरे हाथ से वह सवारियों से किराया ले रही हैं. निधि जालौन जिले के एट थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) के उरई डिपो में कंडक्टर के पद पर कार्यरत हैं.

निधि ने बताया कि उनके पति मोहित एक ई-रिक्शा डिस्ट्रीब्यूटर के यहां काम करते हैं. दोनों ने लव मैरिज की थी और अब उनका एक साल का बेटा है. आर्थिक परिस्थितियों के कारण वे अलग रहते हैं. पति काम पर चले जाते हैं और बच्चा बहुत छोटा होने के कारण निधि उसे अकेला घर पर नहीं छोड़ सकतीं. ऐसे में वह रोज सुबह 6 बजे अपने बेटे को साथ लेकर उरई डिपो पहुंचती हैं और झांसी रूट की बस में ड्यूटी करती हैं.

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निधि का कहना है कि जब रास्ते में बच्चे को भूख लगती है, तो वह उसे बोतल से दूध पिला देती हैं और दूसरे हाथ से टिकट बनाना जारी रखती हैं. कई बार वह बच्चे को दुपट्टे से सीट पर बांध देती हैं ताकि वह यात्रियों की सुविधा में कोई बाधा न बने. निधि तिवारी ने न केवल अपने फर्ज की मिसाल पेश की है, बल्कि यह भी दिखाया है कि मां होने के साथ एक महिला अपने कर्तव्यों को भी पूरी निष्ठा से निभा सकती है.

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