UP: हमीरपुर में 40 साल बाद जुलाई में भीषण बाढ़, शहर की गलियों में चल रही नावें

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में जुलाई महीने में 40 साल बाद भीषण बाढ़ आई है. यमुना और बेतवा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. शहर की गलियों में नावें चल रही हैं और लोग ऊंची जगहों पर शरण ले रहे हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारी पूरी कर ली है और राहत कार्य जारी हैं.

Advertisement
हमीरपुर में बाढ़ का कहर  (Photo: Screengrab) हमीरपुर में बाढ़ का कहर (Photo: Screengrab)

नाह‍िद अंसारी

  • हमीरपुर ,
  • 31 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 6:29 PM IST

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में इस बार जुलाई के महीने में 40 साल बाद भीषण बाढ़ का कहर देखने को मिला है. यमुना और बेतवा नदियों ने अपना रौद्र रूप दिखाया है. दोनों नदियों का पानी खतरे के निशान को पार कर चुका है और लगातार बढ़ता जा रहा है.

शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है और गलियों में नावें चल रही हैं. लोग अपना जरूरी सामान समेट कर ऊंची जगहों पर जा रहे हैं. बाढ़ के चलते यमुना और बेतवा का पानी शहर के अंदर घुस चुका है.

Advertisement

यमुना और बेतवा नदियां खतरे के निशान से ऊपर

हमीरपुर जिला मुख्यालय के एक तरफ यमुना और दूसरी तरफ बेतवा नदी बहती है. दोनों नदियों के बीच महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी है. इस समय दोनों ओर से पानी शहर में प्रवेश कर चुका है.

जिलाधिकारी घनश्याम मीणा ने बताया कि बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी की गई है और प्रशासन की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं. स्थानीय निवासी जलीस खान ने कहा कि 40 साल में पहली बार इतनी बड़ी बाढ़ जुलाई में आई है.

नदियों का पानी शहर में घुसने से लोगों की बड़ी मुश्किलें

एक महिला निवासी ने बताया कि जून-जुलाई में यहां सूखा पड़ा करता था लेकिन इस बार कुदरत ने झमाझम बारिश दी है. बांध लबालब हो चुके हैं, जिनके फाटक खोलने से और भी पानी यमुना और बेतवा में पहुंचकर बाढ़ की स्थिति बना रहा है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement