यूपी के बिजनौर में गुलदारों का आतंक जारी है. एक बार फिर से गुलदार ने 13 साल की बच्ची को अपना शिकार बनाया. गुलदार के हमले में वो बुरी तरह घायल हो गई थी. आनन-फानन उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया. वहीं, लोग गुलदार के आतंक से छुटकारा पाने की गुहार लगा रहे हैं.
गौरतलब है कि बिजनौर में यह पहली घटना नहीं है. गुलदार यहां अब तक 9 बच्चों सहित 19 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. वन विभाग की टीम दर्जनों गुलदारों को पकड़कर जिले से बाहर कर चुकी है लेकिन उनका आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा. कहीं न कहीं से गुलदार आकर किसानों, ग्रामीणों पर हमला कर देते हैं.
ऐसे बच्ची को बनाया शिकार
ताजा मामला नहटौर इलाके का है, जहां अपने पिता के साथ देव स्थल पर दीपक जलाने गई एक 13 वर्ष की बच्ची पर गुलदार ने हमला कर दिया. बच्ची की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े. उन्होंने किसी तरह गुलदार को भगाया. फिर घायल बच्ची को अस्पताल लेकर गए. लेकिन तब तक बहुत देर चुकी थी.
दरअसल, यशवीर सिंह कल दोपहर अपनी बेटी को बाइक से गांव में देव स्थल पर दीपक जलाने के लिए गए थे. तभी नदी किनारे बैठे गुलदार ने बेटी पर हमला कर दिया और उसे खींच कर गन्ने खेत में ले जाने लगा. आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाकर गुलदार को भगाया तो वो पास के खेत में जाकर छुप गया. तब जाकर लोग बच्ची को उठाकर घायल अवस्था में धामपुर के एक निजी अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस घटना से मृतका के परिजनों में कोहराम मच गया है. जबकि, आसपास के लोगों में भी गुलदार के हमले को लेकर खौफ पैदा हो गया है. इसके पहले भी गुलदार 18 लोगों को मौत के घाट उतार चुका है. ये बच्ची उसका 19वां शिकार थी.
जिले में गुलदारों का आतंक
जिले में गुलदार के हमले का यह कोई पहला हमला नहीं है. गुलदार 17 फरवरी से लेकर अब तक 9 बच्चों सहित 19 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. जबकि 50 से ज्यादा लोगों पर हमला कर घायल कर चुका है. वन विभाग के अनुसार, बिजनौर और उसके आसपास अलग-अलग स्थान पर करीब 300 गुलदार घूम रहे हैं. उन्हें पकड़ने के लिए अभियान जारी है.
संजीव शर्मा