'गंगा विलास' पर परोसी जा रही शराब? क्रूज के डायरेक्टर ने अखिलेश यादव को दिया ये जवाब

अखिलेश यादव ने कहा था कि क्रूज चलना कोई नई बात नहीं है. ये पहले से ही चल रहा है. सुनने में आया है कि जो पानी का जहाज है, वो केवल एक जहाज नहीं है, उसमे बार भी है. बताओ मां गंगा पर अभी तक हम आरती सुनते थे, पूजा पाठ सुनते थे. अब क्रूज में बार है कि नहीं ये तो बीजेपी वाले बताएंगे.

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गंगा विलास क्रूज पर बार होने की बात अखिलेश यादव ने कही थी गंगा विलास क्रूज पर बार होने की बात अखिलेश यादव ने कही थी

अभिषेक मिश्रा

  • लखनऊ,
  • 14 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:54 PM IST

देश में पहली बार कई राज्यों को जोड़ने वाले रिवर क्रूज सफर की शुरुआत की गई है. वाराणसी के गंगा घाट से 'गंगा विलास' क्रूज को पीएम मोदी ने शुक्रवार को रवाना किया. 3200 किलोमीटर लंबा सफर 1 मार्च को असम के डिब्रूगढ़ में खत्म होगा. इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी से सवाल पूछा कि क्या क्रूज में बार भी है, जिसमें शराब परोसी जाएगी. इस पर गंगा विलास क्रूज के डायरेक्टर का जवाब आया है. 

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क्रूज के डायरेक्टर राज सिंह ने कहा कि आजतक से फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि क्रूज पर शराब नहीं परोसी जा रही है. राजनीतिक लाभ के लिए गलत सूचना फैलाई जा रही है. कॉकटेल या किसी भी प्रकार की शराब की कोई सुविधा क्रूज पर नहीं है और बिहार जैसे शराबबंदी वाले राज्य के लिए भी हम मेहमानों को किसी भी प्रकार की शराब उपलब्ध नहीं करा रहे हैं. ऐसी गलत सूचनाओं के बजाय अच्छी पहल पर चर्चा होनी चाहिए.

दरअसल, अखिलेश यादव ने कहा था कि क्रूज चलना कोई नई बात नहीं है. ये पहले से ही चल रहा है. ये जहाज नया नहीं है, ये 17 सालों से चल रहा है. उसमें कुछ हिस्सा जोड़ दिया गया है और उसे चला दिया है. अब बीजेपी वाले कह रहे हैं कि इसे हम लाए हैं. ये बीजेपी के लोग झूठ बोलने में सबसे आगे है. सुनने में आया है कि जो पानी का जहाज है, वो केवल एक जहाज नहीं है, उसमे बार भी है. बताओ मां गंगा पर अभी तक हम आरती सुनते थे, पूजा पाठ सुनते थे. हम लोग वहां पर कई बार गए हैं, नाव पर बैठे हैं तो लोग समझाते हैं कि ये चीज करनी है, ये नहीं करनी है, ये धार्मिक स्थान है. अब क्रूज में बार है कि नहीं ये तो बीजेपी वाले बताएंगे.

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बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव ने बीजेपी पर नाविकों का रोजगार छीनने का आरोप लगाया था. उन्होंने ट्वीट किया था, "अब क्या भाजपा नाविकों का रोज़गार भी छीनेगी. भाजपा की धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल बनाकर पैसे कमाने की नीति निंदनीय है. पूरी दुनिया से लोग काशी का आध्यात्मिक वैभव अनुभूत करने आते हैं, विलास-विहार के लिए नहीं. भाजपा बाहरी चकाचौंध से असल मुद्दों के अंधेरों को अब और नहीं ढक पायेगी."

27 नदियों के रास्ते मंजिल तक पहुंचेगा क्रूज

ये क्रूज बेहद खास है. इसे चलता फिरता पांच सितारा होटल या आलीशान महल कहना गलत नहीं होगा. ये महज एक जलयात्रा नहीं है, बल्कि ये भारत की संस्कृति और विरासत की यात्रा होगी. यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम के अलावा ढाका से जब ये क्रूज गुजरेगा तो यात्री जलमार्ग से जुड़े शहरों की सांस्कृतिक विविधता देख सकेंगे. क्रूज के यात्री अब तक वाराणसी के मंदिरों और घाटों का दीदार कर चुके हैं. आगे वो पटना साहिब गुरुद्वारा, महाबोधि मंदिर, काजीरंगा पार्क, सुंदर वन समेत तमाम धरोहर और विरासत देख सकेंगे. यह क्रूज भारत और बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदियों के रास्ते अपनी मंजिल तक पहुंचेगा. इस गंगा विलास क्रूज के माध्यम से 50 पर्यटन स्थल आपस में जुड़ेंगे. 

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