उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के थाना रसूलपुर के सामने नई आबादी मैं रहने वाली एक लड़की का निकाह कलावती स्कूल के नजदीक रहने वाले युवक से तय हुआ था. तय कार्यक्रम के अनुसार 6 अप्रैल को बारात आनी थी. लड़की पक्ष की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई थी. मिठाई बन चुकी थी और निकाह के लिए रिश्तेदार भी घर आ चुके थे.
दूल्हे के पिता ने रविवार को सुबह लड़की के पिता को फोन किया कि उन्हें अपने लड़के की शादी में 10 लाख रुपए नगद चाहिए वरना वह बारात लेकर नहीं आएंगे. लड़की वाले 10 लाख की बड़ी रकम मांगे जाने से परेशान हो गए, उन्होंने रुपए देने में असमर्थता जाहिर कर दी. इसके बाद दुल्हन पक्ष के लोगों ने लड़के पक्ष के घर जाकर काफी अनुनय विनय की. मामला इतना तूल पकड़ गया कि दूल्हे पक्ष के लोगों ने लड़की पक्ष के परिजनों के थप्पड़ जड़ दिए. यहां से विवाद इतना बढ़ गया की बारात ही नहीं आई.
दूसरी ओर मेहंदी लगे हाथों से दुल्हन बारात का इंतजार करती रही. दुल्हन के पिता कहते हैं कि उनकी इज्जत और सब कुछ बर्बाद हो गया क्योंकि शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी. रिश्तेदार आ गए. खाना बनाने का सामान भी आ चुका था लेकिन आखिरी वक्त पर दूल्हे पक्ष के परिजनों ने 10 लाख रुपए की मांग कर दी जो वह देने में असमर्थ थे.
इस मामले में रवि शंकर प्रसाद पुलिस अधीक्षक (शहर) फिरोजाबाद का कहना है कि यह मामला ज्ञात हो चुका है लेकिन दोनों पक्ष के ही लोग आपस में सुलह समझौते की बात कर रहे हैं. किसी पक्ष ने भी कोई कंप्लेंट लिखकर नहीं दी है.
सुधीर शर्मा