उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर दबंगों ने हमला बोल दिया . दबंगों ने पुलिस पर सीधी फायरिंग झोंक दी. इस फायरिंग में सिपाही सचिन राठी को गोली लग गई. आनन-फानन उसे अस्पताल पहुंचाया गया. जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. सिपाही की मौत से उसके परिवार में कोहराम मच गया.
वहीं, इस वारदात से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि, घटना के कुछ देर बाद ही पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना और उसके बेटे को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है. दोनों के पैर में गोली लगी है. वारदात को अंजाम देने के बाद वे भाग रहे थे.
पुलिस की गिरफ्त में हिस्ट्रीशीटर पिता और उसका बेटा
बता दें कि मामला थाना बिशुनगढ क्षेत्र के ग्राम धरनी धीरपुर नगरिया का है, जहां बीते दिन शाम पांच बजे के करीब थानाध्यक्ष पारुल चौधरी पुलिस बल के साथ हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना यादव के घर उसको गिरफ्तार करने पहुंचे थे. जैसे ही पुलिस के आने की भनक अशोक को लगी तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जब तक पुलिस कुछ समझ पाती इस बीच सिपाही सचिन राठी की जांघ में गोली लग गई, जिसके बाद वह वहीं गिर गया.
साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने घायल सिपाही सचिन को तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसकी नाजुक हालत को देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया.
उधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद, अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह, सीओ सिटी डॉ. प्रियंका बाजपेयी, छिबरामऊ कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह, गुरसहायगंज कोतवाल जयप्रकाश शर्मा, सौरिख थानाध्यक्ष सचिन कुमार सिंह, सकरावा थानाध्यक्ष शशिकांत कनौजिया, इंदरगढ़ थानाध्यक्ष किशनपाल सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव के मकान की घेराबंदी कर दी. लेकिन अंधेरे का फायदा उठाते हुए हिस्ट्रीशीटर और उसका बेटा वहां से भागने लगा.
एनकाउंटर में पैर में लगी गोली
जिस पर पुलिस ने उसको रोकना चाहा तो जवाब में उसने पुलिस टीम पर फिर फायरिंग करनी शुरू कर दी. जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की तो दोनों के पैर में गोली लग गई. फिर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
एसपी ने बताई पूरी कहानी
मामले में पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि एक अपराधी के विरूद्ध कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी हुआ था. उसपर हत्या‚ लूट, डकैती‚ गैंगस्टर एक्ट के 20 से अधिक मुकदमें पंजीकृत है. यह थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है. सोमवार शाम पुलिस की संयुक्त टीम उसकी गिरफ्तारी हेतु उसके घर गई थी.
लेकिन जब पुलिस उसके घर पहुंची तो इसने पुलिस टीम पर फायर कर दिया, जिसमें थाना बिशुनगढ़ के आरक्षी सचिन राठी के पैर में गोली लग गई. सचिन राठी को तुरंत उपचार हेतु हायर सेंटर कानपुर के लिए भेज दिया गया. लगातार फायरिंग की घटना पर कई थानों की फोर्स को मौक पर भेजा गया और हिस्ट्रीशीटर के घर की घेराबंदी की गई.
मगर जब अंधेरा हुआ तो हिस्ट्रीशीटर अशोक और उसका बेटा टिंकू मौके से भागने लगा. जिसपर पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ने की कोशिश की. मगर उन्होंने फिर फायरिंग कर दी. पुलिस के जवाबी एक्शन में दोनों के पैर में गोली लग गई और उन्हें पकड़ लिया गया.
अशोक और टिंकू ही घर से पुलिस पर फायर कर रहे थे. उस वक्त अशोक की पत्नी भी घर में थी. सभी पर कार्रवाई की जा रही है. उनकके पास से दो तमंचे बरामद किये गए हैं. घर की तलाशी में एक डबल बैरल राइफल भी बरामद की गई है.
नीरज श्रीवास्तव