उत्तर प्रदेश से जौनपुर से रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. यहां बेटे की चाहत में एक पिता ने अपनी डेढ़ साल की मासूम बेटी को नदी में फेंक दिया. मामला जौनपुर के केराकत कोतवाली क्षेत्र का है. पुलिस ने पिता को हिरासत में ले लिया है. वही मासूम की तलाश में कई गोताखोरों को लगाया गया है. मामले में मां ने पुलिस को तहरीर दी है.मां द्वारा दी गई तहरीर में यह बात भी सामने आई है कि लगभग 10 महीने पूर्व मुंबई में रहते हुए पिता ने रजाई से मुंह दबाकर बेटी को जान से मारने का प्रयास किया था.
केराकत कोतवाली क्षेत्र के खर्गसेनपुर गांव निवासी अशोक विश्वकर्मा तीन बेटियों के पिता हैं. बुधवार की सुबह अशोक अपनी डेढ़ साल की बेटी रुतबी को लेकर साइकिल से घर से निकल गया. अशोक द्वारा अपनी पत्नी संजू को बताया गया कि वो रुतबी को लेकर घूमाने जा रहा है. लेकिन घर से करीब 2 किलोमीटर दूर पंप कैनाल के पास जाकर अशोक ने अपनी बेटी को गोमती नदी में फेंक दिया.
नदी के उस पार बैठे कुछ मल्लाहों ने घटना को अपनी आंखों से देखा.उन्होंने शोर मचाते हुए बेटी को बचाने के लिए नदी में छलांग भी लगाई, लेकिन दूरी अधिक होने और तेज बहाव के कारण बच्ची को नहीं बचा सके. थोड़ी ही देर में घटना की जानकारी पूरे गांव में फैल गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गयी.पुलिस ने आरोपी पिता अशोक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. इसके बाद सीओ अजीत रजक और कोतवाल भी मौके पर पहुंचे और तलाश कार्य का जायजा लिया.
अशोक की पत्नी संजू द्वारा पुलिस को बताया गया कि तीसरी बेटी पैदा होने के बाद से अशोक घर में अक्सर झगड़ा करता था. वह लड़का चाहता था, जिसके न पैदा होने से वह नाराज रहता था.अशोक मुंबई में मजदूरी करता है, जबकि उसकी पत्नी व तीनों बेटियां गांव में रहती हैं। बड़ी बेटी आकांक्षा 18 वर्ष, दूसरी बेटी सृष्टि 13 वर्ष की है. संजू ने बताया कि लगभग 10 महीने पहले मुंबई में अशोक ने रजाई से मुंह दबाकर बेटी को मारने की कोशिश की थी.
पुलिस ने पत्नी संजू की तहरीर पर केस दर्ज कर अशोक को गिरफ्तार कर लिया है. वही 24 घंटे से अधिक समय हो जाने के बावजूद अभी तक बेटी का शव नदी से बरामद नहीं किया जा सका है. बेटी की तलाश में नदी में गोताखोरों की गई टीम लगाई गई है.
आदित्य प्रकाश भारद्वाज