उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में जिला मेडिकल कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला ने यहां हृदय रोग विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त डॉक्टर पर फर्जी तरीके से नौकरी करने का आरोप लगाया. शिकायत के अनुसार, आरोपी ने अपने जीजा की डॉक्टरेट डिग्री का इस्तेमाल कर खुद को डॉक्टर बताकर वर्ष 2022 में मेडिकल कॉलेज में नौकरी हासिल कर ली थी.
शिकायत करने वाली महिला का नाम डॉ सोनाली सिंह है. उन्होंने बताया कि उनके भाई अभिनव सिंह ने उनके पति डॉ राजीव गुप्ता की डिग्रियों पर अपना नाम डालकर खुद को डॉक्टर बताया और जिला मेडिकल कॉलेज में हृदय रोग विशेषज्ञ के पद पर नियुक्त हो गया. यह भी सामने आया कि जिनके नाम पर डिग्री का इस्तेमाल किया गया, वे अमेरिका में डॉक्टर के पद पर कार्यरत हैं.
फर्जी डिग्री से हासिल की नौकरी
शिकायत मिलते ही आरोपी ने अपना इस्तीफा दे दिया. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मयंक शुक्ला ने कहा कि मामला गंभीर है और इसकी जांच के लिए तुरंत CMO पैनल के साथ एक टीम गठित कर दी गई है. डॉ मयंक शुक्ला ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है. जांच के बाद आरोपी के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही अब तक लिए गए वेतन की वसूली भी की जाएगी.
CMO ने जांच के लिए कमेटी गठन की
फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अब तक की सभी नियुक्तियों की भी जांच कराने का फैसला किया है. पूरा मामला जिला प्रशासन और शासन को भेज दिया गया है. यह मामला सामने आने के बाद मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा और नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं.
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