यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में घुसपैठियों को लेकर सख्त तेवर दिखाए हैं. उन्होंने सभी जिलों के DM को निर्देश दिया है कि घुसपैठियों को उनके देश भेजने से पहले उनके लिए टेम्पररी डिटेंशन सेंटर बनाएं. उनके इस बयान पर अब सियासत शुरू हो गई है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सीएम योगी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि "सरकार डिटेंशन सेंटर इसलिए बना रही है क्योंकि लोग उन्हें 2027 के बाद खुद डिटेंशन में भेज देंगे.'
अखिलेश यादव ने एसआईआर को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि SIR के बहाने करोड़ों लोगों को वोट के अधिकार से वंचित करना चाहते हैं. सरकार BLOs पर प्रेशर डाल रही है. उत्तर प्रदेश में करोड़ों लोगों का वोट काटने का प्लान है.
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अखिलेश यादव ने आगे कहा कि बीजेपी ने संविधान को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा दिया गया वोट का अधिकार खतरे में है, क्योंकि बीजेपी करोड़ों लोगों को अलग-अलग बहानों से उनके अधिकार से दूर करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने यूपी में वोट काटने की साजिश और जाति के आधार पर अधिकारियों के गलत इस्तेमाल का भी आरोप लगाया.
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अखिलेश ने सत्ता पक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सेक्युलरिज्म को भूल जाइए, वे सेक्युलरिज्म का सही मतलब नहीं समझते. सरकार में कोई सोशलिस्ट नहीं बचा है, अब कोई सेक्युलरिज्म नहीं है. SIR के साथ उन्होंने (बीजेपी) हमारे लोकतंत्र को भी खतरे में डाल दिया है. हमारी लड़ाई PDA के लिए है, और PDA का मतलब है आधी आबादी.
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