यूपी के जालौन में दारोगा अरुण कुमार राय की मौत का मामला गहराता जा रहा है. परिजन इसे हत्या बता रहे हैं जबकि पुलिस आत्महत्या. ऐसे में जांच की गुत्थी उलझी हुई है. परिजनों ने मृतक दारोगा की महिला मित्र कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. फिलहाल, पुलिस मीनाक्षी को गिरफ्तार कर जांच पड़ताल कर रही है. इस बीच महिला कॉन्स्टेबल के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई हैं.
दरअसल, जालौन के कुठौंद थाना प्रभारी अरुण कुमार राय मौत मामले में जिस महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा ने गोली चलने की सूचना दी थी, उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मीनाक्षी पर इंस्पेक्टर को ब्लैकमेल करने और खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप है. सूत्रों के मुताबिक, इंस्पेक्टर और मीनाक्षी के बीच 8 फरवरी 2026 को होने वाली मीनाक्षी की शादी के खर्च को लेकर अनबन थी, जिसका बोझ वह इंस्पेक्टर पर डाल रही थी.
अरुण कुमार राय की पत्नी की शिकायत पर मीनाक्षी शर्मा को आरोपी बनाया गया हैं मीनाक्षी ही वह थी जिसने शुक्रवार को इंस्पेक्टर के सरकारी आवास से चीखते हुए बाहर निकलकर गोली चलने की सूचना दी थी, जिसके बाद वह अचानक गायब हो गई थी. सीसीटीवी फुटेज में भी उसे चिल्लाते हुए निकलते देखा गया. पुलिस ने मीनाक्षी को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया. अब इस पूरे मामले की जांच तीन सदस्यीय एसआईटी कर रही है.
'थाना चलाने' लगी थी 'ब्लैकमेलर' कॉन्स्टेबल
मेरठ की रहने वाली मीनाक्षी शर्मा 2018 में पुलिस सेवा में आई थी. गांव के लोग भी उसके तेजतर्रार स्वभाव से भय खाते थे. सूत्रों की मानें तो वह विभागीय लोगों को ब्लैकमेल करके मोटी रकम ऐंठती थी. 2023 में जालौन आते ही कोंच कोतवाली में उसकी तैनाती हुई, जहां वह अरुण राय के संपर्क में आई. देखते ही देखते ब्रांडेड कपड़े और महंगे फोन वाली मीनाक्षी का रुतबा इतना बढ़ गया कि वह 'थाना चलाने' लगी थी, और ड्यूटी किसकी लगेगी यह भी वही तय करती थी.
शादी का खर्च बना मौत का कारण?
मीनाक्षी की गतिविधियों का पता चलने पर उसे 112 में अटैच कर दिया गया था, लेकिन अरुण राय से उसका संपर्क बना रहा. अरुण के कुठौंद थाना प्रभारी बनने के बाद भी मीनाक्षी का वहां आना-जाना था. सूत्रों के अनुसार, 8 फरवरी 2026 को मीनाक्षी की शादी तय थी, जिसका पूरा खर्च वह अरुण राय से उठाने को कह रही थी. इसी बात को लेकर दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई थी. मीनाक्षी का ब्लैकमेलिंग का पुराना रिकॉर्ड रहा है; 2022 में पीलीभीत में भी उसने एक सिपाही को ब्लैकमेल किया था.
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