यूपी की इटावा पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में दानिश नाम के युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी दानिश ने अयोध्या के विवादित ढांचे (बाबरी) की फोटो लगाकर उसपर 'इंशाअल्लाह बदला लेंगे' लिखकर एक पोस्ट शेयर की थी. सोशल मीडिया पर जैसे ही ये पोस्ट वायरल हुई इलाके में हड़कंप मच गया. हिंदूवादी संगठनों के जरिये मामला पुलिस तक पहुंचा तो दानिश पर एक्शन हुआ.
दानिश के खिलाफ इटावा की सिविल लाइन पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने की धारा-299 और 191 बीएनएस के तहत एक्शन लिया है.
सीओ अभय नारायण राय ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिन पहले इस बात की शिकायत सामने आई थी. शिकायत में कहा गया था कि कांशीराम कालोनी में रहने वाले दानिश ने बाबरी को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट की है.
ऐसे में इसकी जांच खुफिया विभाग और स्थानीय थाना पुलिस से संयुक्त रूप से कराई गई. जांच में मामला सही पाए जाने पर दानिश के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. अब उसको अदालत में पेश किया जाएगा.
मालूम हो कि आरोपी मोहम्मद दानिश के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदू सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने अपने संगठन के प्रतिनिधियों के साथ सिविल लाइन थाने के बाहर धरना भी दिया था. हिंदू सेवा समिति के संस्थापक प्रदीप शर्मा की मांग है कि दानिश ने राष्ट्र द्रोह जैसा कार्य किया है इसलिए उसके खिलाफ राष्ट्र द्रोह की धाराओं में मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई अमल में लाई जाए.
सिविल लाइन थाने में धरना देने को लेकर इटावा के सीओ से प्रदीप शर्मा और उनके साथियों की जोरदार बहस हुई थी. शर्मा का कहना है कि जो कांशीराम कॉलोनी है उसमें कहीं ना कहीं संदिग्ध आतंकवादी शरण पा रहे हैं, इसीलिए ऐसी पोस्ट लिखने की हिम्मत आ रही है.
वहीं, विवादित पोस्ट लिखने वाले दानिश ने पुलिस हिरासत में बताया कि उसने यह पोस्ट नहीं लिखी है. उसे बदनाम करने के लिए इस पोस्ट को किसी राहुल सिंह नाम के व्यक्ति ने एडिट करके पोस्ट किया है, जबकि उसने किसी बच्चे का जिक्र करते हुए पोस्ट डाली थी.
अमित तिवारी