लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का ध्यान पसमांदा मुस्लिमों को साधने पर है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बूथ कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पसमांदा मुसलमानों की बदहाली का मुद्दा उठाया था. पीएम मोदी के बयान के बाद पसमांदा को साथ लाने के लिए एक्टिव हुई बीजेपी पसमांदा स्नेह यात्रा निकालने का ऐलान कर दिया लेकिन अब ये यात्रा पार्टी की आंतरिक लड़ाई में उलझती नजर आ रही है.
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मिशन 2024 के लिए पसमांदा मुसलमानों को जोड़ने के बड़े अभियान में लगी बीजेपी को इसके शुरुआती चरण में ही झटका लगा है. इस अभियान की जिम्मेदारी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा को दी गई है लेकिन इसकी तैयारी के दौरान ही आंतरिक विवाद सामने आया है. अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता तैयारी के दौरान ही एक-दूसरे से भिड़ गए.
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अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी और यूपी अध्यक्ष बासित अली के बीच लेटर वॉर छिड़ गया है. 'पसमांदा स्नेह यात्रा' की तैयारी बैठकों के दौरान दोनों नेताओं के बीच विवाद अब खुलकर सामने आ गया है. अल्पसंख्यक मोर्चा के दो नेताओं के बीच विवाद के बाद दिल्ली से शुरू होकर सबसे पहले यूपी पहुंचने वाली पसमांदा यात्रा अब टल गई है.
स्नेह यात्रा की तैयारी का अनुभव कटु- सिद्दीकी
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह को पत्र लिखकर यूपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष बासित अली को हटाने की मांग की है. सिद्दीकी ने अपने पत्र में लिखा है कि स्नेह यात्रा की तैयारी का मेरा तीन दिन का बहुत कटु अनुभव रहा. उन्होंने बासित अली के व्यवहार को अशोभनीय बताया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष का आरोप है कि पसमांदा स्नेह यात्रा की तैयारी को लेकर हुई बैठक में भी बासित अली शामिल नहीं हुए.
उन्होंने बासित अली पर 27 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान भी मंच पर क्षेत्रीय अध्यक्ष जावेद मलिक के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया है. जमाल सिद्दीकी ने अपने पत्र में ये भी लिखा है कि संगठन मंत्री से भी बासित अली के पसमांदा स्नेह यात्रा की तैयारी को लेकर बैठकों में नहीं आने की शिकायत की थी. बासित को यूपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष पद से हटाकर किसी योग्य और शालीन व्यक्ति को ये जिम्मेदारी दी जाए.
जेपी नड्डा- सीएम योगी को भी भेजी प्रतिलिपि
अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने पत्र की प्रतिलिपि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजी है. जमाल सिद्दीकी का 28 जुलाई का ये पत्र वायरल हो रहा है. यूपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने भी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को पत्र लिखकर सफाई दी है.
बासित अली ने सिद्दीकी पर लगाए आरोप
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के यूपी प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने भूपेंद्र चौधरी को लिखे पत्र में कहा है कि पसमांदा स्नेह यात्रा की तैयारी बैठक में 31 राज्यों को बुलाया गया था. यूपी को छोड़कर किसी का प्लान तैयार नहीं था. उन्होंने जमाल सिद्दीकी पर खुद को प्रमोट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि होर्डिंग-पोस्टर पर बीजेपी के बड़े मुस्लिम नेताओं की तस्वीर लगाने की बात कही तो वे नाराज हो गए.
शीर्ष नेतृत्व ने विवाद निपटाने को कहा
बीजेपी के मुसलमानों को जोड़ने के लिए पसमांदा स्नेह यात्रा की तैयारी के दौरान ही अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी अध्यक्ष के बीच विवाद से अभियान को झटका लगा है. बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व भी एक्टिव मोड में आ गया है और दोनों नेताओं से विवाद को यहीं समाप्त करने के लिए कहा है जिससे कार्यकर्ताओं में गलत संदेश न जाए.
शिल्पी सेन