यूपी के बरेली में हिंसा मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है. एक तरफ IMC नेताओं और साजिशकर्ताओं पर शिकंजा कसा जा रहा है तो दूसरी ओर बलवाइयों के खिलाफ एनकाउंटर तक हो रहे हैं. इसी बीच, पूर्व सांसद दानिश अली और कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने दावा किया है कि बरेली जाने से पहले ही उन्हें नजरबंद कर दिया गया.
दानिश अली ने दावा किया है कि बरेली जाने से पहले ही उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस ने नज़रबंद कर दिया. उन्होंने कहा, कल सुबह 10 बजे मेरा बरेली जाने का कार्यक्रम था, लेकिन देर रात ही मेरे अमरोहा स्थित आवास पर पुलिस ने पूरा अमला लगा दिया और मुझे हाउस अरेस्ट कर दिया. इसी तरह, कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने बरेली जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया और नजरबंद कर दिया.
आईएमसी नेताओं पर कार्रवाई
हिंसा की जांच में जुटी बरेली पुलिस ने आईएमसी जिला अध्यक्ष शमशाद को गिरफ्तार कर लिया है. SSP बरेली अनुराग आर्य के मुताबिक, शमशाद पर हिंसा वाले दिन भीड़ इकट्ठा करने, बैरिकेडिंग तोड़ने और भीड़ को उकसाने का आरोप है. पुलिस ने शमशाद के साथ एक गौतस्कर ताजिन को भी मुठभेड़ के बाद पकड़ा है.
पुलिस का कहना है कि इस हिंसा में बिहार और पश्चिम बंगाल से आए लोग भी शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. जांच इस बात पर भी केंद्रित है कि बाहरी लोग पहले से बरेली में क्यों डेरा डाले हुए थे.
नफीस खान और उसके बेटे पर भी पुलिस का एक्शन
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने तौकीर रजा के करीबी और आईएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नफीस खान को गिरफ्तार किया है. उसके बेटे को भी हिरासत में लिया गया है. आरोप है कि नफीस खान ने तौकीर रजा के पत्र को फर्जी बताकर 50 से ज्यादा वॉट्सऐप ग्रुप्स में शेयर किया और हिंसा भड़काने में अहम भूमिका निभाई. उसके बेटे ने मैसेज वायरल कराने में मदद की. नफीस ने ही शुक्रवार सुबह मौलाना तौकीर रजा का वीडियो बनाकर वायरल किया था. पुलिस का कहना है कि वह आईएमसी संस्था का प्रमुख कर्ताधर्ता है.
हिंसा में शामिल अपराधी और एनकाउंटर
बरेली पुलिस ने मंगलवार रात सीबी गंज इलाके में हुई मुठभेड़ के दौरान बलवा के आरोपी इदरीस और इकबाल को पकड़ा है. दोनों के पैरों में गोली लगी है. आरोप है कि दोनों ने पुलिस पर फायरिंग की और भीड़ के दौरान एक बंदूक भी छीन ली थी. पुलिस ने उनके पास से लूटी गई रायट गन, तमंचे और कारतूस बरामद किए हैं. जांच में सामने आया है कि इदरीस पर 20 मामले और इकबाल पर 17 मामले पहले से दर्ज हैं. दोनों शाहजहांपुर के रहने वाले हैं और मास्टरमाइंड नदीम के कहने पर बरेली पहुंचे थे.
पुलिस का एक्शन प्लान
अब तक बरेली हिंसा में कुल 73 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. एसआईटी इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर पूरी जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि दोषियों पर गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सुरक्षा के मद्देनजर अन्य जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई गई है और 4 अक्टूबर तक PAC और अतिरिक्त बल तैनात रहेंगे.
संतोष शर्मा / अरविंद ओझा / कृष्ण गोपाल राज