उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां तहसील समाधान दिवस पर एक महिला चूहा मार दवा लेकर ज़िला अधिकारी के सामने ही ज़हर खाने पहुंच गई. महिला का आरोप है कि गांव के दबंगों ने उसके घर से होकर निकली सरकारी नाली और ज़मीन पर दीवार बनाकर अवैध कब्ज़ा कर लिया है और महीनों से उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. मामला हैदरगढ़ तहसील के अलमापुर गांव का है.
दरअसल, पीड़िता सत्यभामा सिंह ने तहसील दिवस हैदरगढ़ के दौरान ज़िला अधिकारी शशांक त्रिपाठी की गाड़ी के सामने ज़मीन पर बैठकर विरोध जताया. महिला के हाथ में चूहा मार दवा थी. महिला ने रो-रोकर न्याय की गुहार लगाई और तहसील प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. हालांकि महिला से वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने जहरीली दवा छीन ली.
दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिल रहा इंसाफ
पीड़िता का आरोप है कि गांव के दबंगों ने सरकारी नाली और पाइपलाइन पर कब्ज़ा कर अवैध दीवार का निर्माण कर लिया है. उसने कई बार इसकी शिकायत की, यहां तक कि 112 पुलिस को बुलाया. लेकिन 112 पुलिस ने भी काम नहीं रुकवाया और तहसील से स्टे आदेश लाने को कहा. वहीं तहसील में प्रार्थना पत्र देने के बाद कार्रवाई के नाम पर सिर्फ़ आश्वासन मिला. महीनों से दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी उसे इंसाफ़ नहीं मिल रहा है.
हालांकि, पीड़ित महिला ने फोन पर बताया कि डीएम के आदेश के बाद तहसील के सभी अधिकारी हमारे गांव पहुंचे थे. लेकिन बिना काम रुकवाए और दबंगों पर बिना कार्यवाही किए, वापिस आ गए. फिलहाल पीड़िता की शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. अब देखना होगा कि महीनों से भटक रही महिला को आखिर कब न्याय मिलेगा.
(इनपुट- सैयद रेहान मुस्तफा रिज़वी)
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