समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने जेल से रिहा होने के बाद पहली बार खुले तौर पर अपने विचार रखे. आजम खान ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेकर कहा कि वह बड़े नेता हैं और बड़ी पार्टी का नेतृत्व करते हैं. पूर्व मंत्री ने कहा, 'मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे बारे में बात की. अखिलेश मेरे उतने ही करीब हैं, जितने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) थे.' आजम खान ने जेल जीवन को बेहद कठिन बताया. उन्होंने कहा कि पांच साल तक जेल में रहने से वह मोबाइल चलाना तक भूल गए हैं. उन्हें अपने बीवी तक का नंबर याद नहीं रहा.
पूर्व मंत्री आजम खान ने कहा कि जो नेता उनसे मिलने जेल में नहीं आए, उनके लिए उनके मन में कोई नाराजगी नहीं है. मैं चाहता हूं कि वे खुश और समृद्ध रहें. आजम खान ने तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों ने उन्हें पहले नहीं पहचाना, वे अब दर्ज हुए मुकदमों की वजह से उन्हें जानने लगे हैं.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पांच साल जेल में बिताने के बाद अब उनका जीवन पूरी तरह बदल गया है. उन्होंने कहा, 'मैंने एक छोटे से सेल में पांच साल गुजारे हैं. अब मैं किसी का इंतजार नहीं कर सकता.'
बसपा में शामिल होने के सवाल पर क्या बोले आजम खान?
बसपा में शामिल होने की संभावना पर उन्होंने साफ कहा कि वह चरित्र वाले आदमी हैं. उन्होंने यह कहते हुए अटकलों पर विराम लगाया. एचटी हसन के बारे में उन्होंने कहा कि जब मैं अपने आदमी को टिकट नहीं दिला पाया, तो किसी और का टिकट कैसे कटवा सकता हूं?
आजम खान ने सुप्रीम कोर्ट पर जताया भरोसा
अपने ऊपर दर्ज मामलों को लेकर आजम खान ने कहा, 'मेरे खिलाफ दर्ज केसों को रद्द करने की जरूरत नहीं है. मुझे सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ मिलेगा.' I Love Muhammad पर हो रहे विवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे मोहम्मद के पैरोकार हैं और धर्म को लेकर उनके विचार हमेशा स्पष्ट रहे हैं.
पांच साल जेल में बिताने के बाद आजम खान का मंगलवार को सीतापुर जेल से बाहर आए. हालांकि कल जेल से बाहर आने के बाद रास्ते में पुलिस अधिकारियों के साथ उनकी बहस भी हो गई. फिलहाल आज तक से बातचीत में आजम खान का बयान राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा का विषय बन गया है. उन्होंने संकेत दिया है कि अब वह किसी सियासी इंतजार के बजाय सीधे जनता और न्यायपालिका पर भरोसा करेंगे.
अनमोल नाथ