उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में नकली खाद बनाने वाले बड़े गिरोह का खुलासा हुआ है. जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक किराए के मकान से 1000 से अधिक नकली खाद की बोरियां बरामद की गईं. पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पकड़े गए लोगों की पहचान सनी चौहान, नीरज चौहान, सुनील चौहान, चीनू चौहान और चरण सिंह के रूप में हुई है.
डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर ने बताया कि नकली खाद कारोबार की सूचना मिलने के बाद टीम लगातार ट्रैक कर रही थी. इसी क्रम में टैक्स विभाग द्वारा पकड़े गए एक ट्रक और ड्राइवर से पूछताछ के बाद लिंक जोड़ते हुए जालौन रोड स्थित एक गोदाम का पता चला. वहां छापेमारी में करीब 1000 बोरियां नकली डीएपी खाद की मिलीं. इनमें अलग-अलग कंपनियों की पैकिंग सामग्री और सिलाई के उपकरण भी बरामद किए गए. जांच में पता चला कि गिरोह ने यह मकान मात्र एक महीने पहले किराए पर लिया था और यहीं से अवैध कारोबार संचालित कर रहा था.
यह भी पढ़ें: UP: औरैया में कलयुगी बेटे ने पिता की हत्या की, शराब के पैसे को लेकर हुआ था विवाद
पुलिस के अनुसार जब्त माल में 192 बोरियां डीएपी की, 198 बोरियां एनएफएल डिपो की, 272 अनब्रांडेड बोरियां और 291 अन्य कंपनियों की बोरियां शामिल हैं. इसके अलावा इफको डीएपी की 23 खाली बोरियां भी मिलीं, जिनका उपयोग पैकिंग में किया जाता था. पुलिस ने आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक टाटा पंच गाड़ी भी जब्त की है.
जांच से सामने आया कि गिरोह कच्चा माल किसी अज्ञात स्थान से मंगवाता था और उसे नामी कंपनियों की बोरियों में पैक कर किसानों को सप्लाई करता था. अगर यह खाद बाजार में पहुंच जाती तो हजारों किसान नुकसान झेलते और फसलें चौपट हो जातीं. गिरफ्तार आरोपियों के आपराधिक इतिहास भी सामने आए हैं. सनी चौहान के खिलाफ नौ, नीरज चौहान के खिलाफ एक, चरण सिंह के खिलाफ तीन और चीनू चौहान के खिलाफ पांच मुकदमे पहले से दर्ज हैं. फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
किसानों को बर्बाद करने की साजिश नाकाम
एसपी ने बताया कि अब पुलिस का फोकस गिरोह के बैकवर्ड और फारवर्ड लिंक को उजागर करने पर है. यानी यह गिरोह नकली खाद कहां से प्राप्त करता था, खाली बोरियां और पैकिंग का सामान किससे आता था और किन डिस्ट्रीब्यूटर या दुकानदारों तक इसकी सप्लाई होती थी. बरामद बोरियों में बरेली की सप्लाई का भी संकेत मिला है, जिसकी जांच की जा रही है.
जिलाधिकारी और एसपी का कहना है कि नकली खाद कारोबार करने वाले ऐसे गिरोह किसानों को सीधा नुकसान पहुंचाते हैं. इसलिए इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और आगे भी ऐसे तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी.
सूर्य प्रकाश शर्मा