उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को अलाया अपार्टमेंट की बिल्डिंग जमींदोज हो गई थी. इस हादसे में अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है. गुरुवार 26 जनवरी को मलबा सफाई के दौरान एक और महिला का शव बरामद हुआ. बरामद शव 40 वर्षीय शबाना खातून नामक महिला का है. शबाना खातून अलाया अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 में रहती थी. मंगलवार शाम को अपार्टमेंट के गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई थी जबकि एक का शव आज बरामद किया गया है.
सपा नेता की मुश्किल बढ़ी
इस हादसे के बाद पूर्व मंत्री और मेरठ के किठौर सीट से विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. लखनऊ में जो बिल्डिंग गिरी थी उसके जमीन का मालिक नवाजिश ही है. इस बिल्डिंग को यजदान बिल्डर ने बनाया था. अलाया अपार्टमेंट की जमीन को 2003 में समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में मंत्री रहे शाहिद मंजूर की बेटे नवाजिश और उनके भतीजे तारीक ने खरीदी थी. इसके बाद इसका बिल्डर एग्रीमेंट यजदान से किया था. यजदान बिल्डर ने इस जमीन पर चार मंजिला भवन तैयार किया था. एक पेंट हाउस का निर्माण कराया गया था.
FIR में 3 लोगों के नाम
पुलिस को मोहम्मद तारिक और फहद याजदानी की तलाश है. पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 308, 323, 420, 120 बी और 7 सीएलए में एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने कहा है कि दो मौतों के बाद मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी. हजरतगंज थाने के सीनियर सब इंस्पेक्टर दया शंकर द्विवेदी ने यह केस दर्ज कराया है.
इस हादसे में कांग्रेस के प्रवक्ता रहे जीशान हैदर की मां बेगम हैदर का निधन हो गया था. डॉक्टर्स की टीम ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल आने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था. 70 वर्षीय बेगम हैदर 16 घंटे से ज्यादा मलबे में जिंदगी और मौत से जूझती रहीं, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनकी मौत के बाद पूरे परिवार में मातम पसरा है.
संतोष शर्मा