जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से एनकाउंटर में शहीद हुए आगरा के लाल कैप्टन शुभम गुप्ता का पार्थिव शरीर आज उनके निवास पर पहुंचेगा. शुभम गुप्ता के शहीद होने की खबर मिलते ही ताज नगरी में शोक की लहर दौड़ गई. परिजन से लेकर शहर का हर शख्स गमजदा है. पिता बसंत गुप्ता ने रोते हुए बताया कि शुभम से दो दिन पहले फोन पर बात हुई थी. तब उसने कहा था कि एक काम बाकी है, उसे पूरा करने जल्द वापस आऊंगा. वहीं, शहीद कैप्टन के भाई ने रूंधे गले से शुभम गुप्ता के जन्मदिन पर हुई पार्टी किया. जिसमें लोगों ने कैप्टन को लंबी उम्र की दुआ दी थी. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था.
बता दें कि बीते 9 अक्टूबर को कैप्टन शुभम गुप्ता का जन्मदिन था. उस समय वो घर पर ही थे. उनके भाई की आंखों में आज भी शुभम के जन्मदिन की यादें तैर रही हैं. वो कहते हैं कि जन्मदिन पर पूरा परिवार इकट्ठा हुआ था. होटल में धूमधाम से केक काटा गया था. सब लोगों ने दिल खोलकर शुभम को बधाई दी थी.
पार्टी में 'तुम जियो हजारों साल...' गाना बज रहा था. भाइयों ने शुभम को कंधे पर उठाकर जश्न मनाया था. मगर किसे पता था कि जिन कंधों पर कैप्टन शुभम को उठाकर डांस किया था, अब उन्हीं से उसे कंधा देना होगा.
दो दिन बाद छुट्टी पर घर आने वाले थे शुभम
कल देर शाम जैसे ही शुभम के शहीद होने की खबर मिली, परिवार पर मानों गम का पहाड़ टूट पड़ा. हर कोई स्तब्ध है कि एक झटके में क्या से क्या हो गया. आंखों में आंसू लिए शुभम के पिता बसंत गुप्ता कहते हैं कि दो दिन पहले ही बेटे से फोन पर बात हुई थी. उस वक्त उसने कहा था कि कुछ काम बाकी है उसे पूरा करके जल्द वापस आऊंगा. दो दिन बाद ही छुट्टी पर घर आने वाला था. पिछले 15 दिनों से यही बात कह रहा था कि एक काम है उसे करके आ रहा हूं.
फिर खबर आई कि आतंकवादियों से लोहा लेते समय शुभम गुप्ता घायल हो गए. अस्पताल में इलाज चल रहा है. हालत सीरियस है. मगर कुछ देर बाद एक और खबर आई जिसके बारे में किसी ने सोचा नहीं था. खबर थी कि कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हो गए हैं.
ये सुनते परिवार में कोहराम मच गया. घर पर लोगों का तांता लगना शुरू हो गया. इस मुश्किल घड़ी में कैप्टन शुभम गुप्ता के पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है. उसने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है. परिजनों ने बताया कि शुभम के घरवाले इस वर्ष उसकी शादी की तैयारियों में थे, मगर इसी बीच शुभम के शहीद होने की खबर आ गई.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में बीते दिन सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान सेना के 2 कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, सुबह 9 बजे सेना को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया. फिर दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई.
अरविंद शर्मा