महाकुंभ में 16 हजार RSS स्वयंसेवकों ने संभाला मोर्चा, ट्रैफिक व्यवस्था में पुलिस की करेंगे मदद

मेला क्षेत्र में सेवा में लगे RSS कार्यकर्ता ने बताया कि संघ के स्वयंसेवक पिछले कई दिनों से महाकुंभ की तैयारियों में जुटे हुए हैं. स्वयंसेवकों को मेला क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है. ये स्वयंसेवक पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे और श्रद्धालुओं की हर संभव मदद करेंगे.

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Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) volunteers. (PTI) Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) volunteers. (PTI)

आनंद राज

  • प्रयागराज,
  • 28 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 6:49 PM IST

प्रयागराज महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं को भारी भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 16 हजार कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाल लिया है. ये स्वयंसेवक मेला क्षेत्र के विभिन्न चौराहों और रास्तों पर तैनात रहकर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को रास्ता बताएंगे और ट्रैफिक को नियंत्रित करने में पुलिस की मदद भी करेंगे.

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मेला क्षेत्र में सेवा में लगे RSS कार्यकर्ता ने बताया कि संघ के स्वयंसेवक पिछले कई दिनों से महाकुंभ की तैयारियों में जुटे हुए हैं. स्वयंसेवकों को मेला क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है. ये स्वयंसेवक पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे और श्रद्धालुओं की हर संभव मदद करेंगे.

संघ के कार्यकर्ता ने कहा कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए यातायात व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है. ऐसे में RSS कार्यकर्ताओं की यह भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है. इन स्वयंसेवकों की मौजूदगी से श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा होगी और यातायात भी सुचारू रूप से चल सकेगा.

इसके अलावा RSS के स्वयंसेवक मेला क्षेत्र में साफ-सफाई, स्वास्थ्य और अन्य ज़रूरी सेवाओं में भी योगदान दे हैं. संघ का मानना है कि महाकुंभ एक राष्ट्रीय आयोजन है और इसमें सभी को अपना योगदान देना चाहिए.

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शाही स्नान को लेकर एडवाइजरी जारी

वहीं, महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर बुधवार को होने वाले 'शाही स्नान' के लिए प्रशासन ने एक डिटेल एडवाइजरी जारी की है. प्रशासन ने एडवाइजरी में श्रद्धालुओं से सुरक्षा नियमों का पालन करने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने की अपील की है.

एडवाइजरी में प्रशासन ने संगम घाट तक पहुंचने के लिए निर्धारित लेन का उपयोग करें. स्नान के बाद तुरंत घाट छोड़कर अपने घर या पार्किंग क्षेत्र की ओर बढ़ें. बैरिकेड्स और पुलों पर धैर्य रखें, जल्दबाजी और धक्का-मुक्की से बचें. स्वास्थ्य और पर्यावरण का ध्यान रखें. स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए क्षेत्रीय अस्पतालों में जाएं. पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कागज, जूट और मिट्टी से बने बर्तनों का इस्तेमाल करें. प्लास्टिक के थैले और बर्तनों के इस्तेमाल से बचें का निर्देश दिया गया है. 

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