'पांच साल स्वर्ग में'... क्लिनिकली डेड हुई थी महिला, बताया 'मौत' के बाद क्या-क्या देखा

लिंडा क्रैमर नाम की इस महिला का कहना है कि इसने स्वर्ग देखा है. महिला ने नियर डेथ एक्सपीरियंस से जुड़े अनुभवों के बारे में जानकारी दी है. वह वैसे तो 14 मिनट तक क्लिनिकली डेड रही थी, लेकिन उसका कहना है कि यह समय उसके लिए पांच साल जितना लंबा था. उसने कई हैरान करने वाली बातें बताई हैं.

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महिला ने स्वर्ग को लेकर दावे किए (तस्वीर- यूट्यूब) महिला ने स्वर्ग को लेकर दावे किए (तस्वीर- यूट्यूब)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 31 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 4:07 PM IST

एक महिला ने स्वर्ग को लेकर बड़ा दावा किया है. उसने कहा है कि वह वहां गई थी और पांच साल रहकर भी आई है. हालांकि उसके इन दावों में कितनी सच्चाई है, इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता. द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, लिंडा क्रैमर नामक ये महिला 14 मिनट से अधिक समय तक क्लिनिकली डेड रहीं. उनका कहना है कि उन्होंने माउंट एवरेस्ट से भी 30,000 गुना बड़ी पर्वत श्रृंखला देखी है. क्रैमर ने आफ्टरलाइफ से जुड़े अनुभव शेयर किए हैं. आफ्टरलाइफ मौत के बाद के जीवन को कहा जाता है. 
 
रिपोर्ट के अनुसार, ये 6 मई, 2001 की घटना है. तब क्रैमर सुबह के वक्त बाथरूम जा रही थीं. तभी अचानक उनकी मौत हो गई. क्रैमर का कहना है कि उनकी यात्रा यहीं नहीं रुकी. जब डॉक्टर उन्हें बचा रहे थे, तब वह स्वर्ग में गईं. दोबारा सांस आने के बाद क्रैमर ने अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि जितने समय वो स्वर्ग में रहीं, वो वक्त उन्हें पांच साल जितना लंबा लगा. क्रैमर ने एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि वह हवा में थीं, तब डॉक्टर उनके शरीर पर काम कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने बाद के जीवन को देखा.

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कई गुना बड़ा पहाड़ देखने का दावा

क्रैमर ने ऐसी बहुत सी चीजों का उल्लेख किया, जो धरती पर नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने खुद को फूलों के उस क्षेत्र में खड़ा पाया, जिसे मैं फूलों का क्षेत्र कह रही हूं. मैं माउंट एवरेस्ट से 30,000 गुना बड़ी पर्वत श्रृंखला देख रही थी. मैं जहां भी थी, उसके पीछे एक विशाल पर्वत श्रृंखला थी. मैं गगनचुंबी इमारतें देख सकती थी. मैंने झीलें देखीं, मैं खूबसूरत दृश्य देख सकती थी.' इस बीच, न्यूरोसाइंटिफिक रिसर्च से पता चलता है कि एनडीई, (नियर डेथ एक्सपीरियंस) एक ऐसी घटना है, जो 'शारीरिक मल्टीसेन्सरी इंटीग्रेशन' में दिक्कत से उत्पन्न होती है, ऐसा तब होता है कि जब किसी कारणवश जान खतरे में हो.

लोग कई तरह के अनुभवों को महसूस करने की जानकारी देते हुए कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक बातें बताते हैं. एनडीई के दौरान सामान्य तौर पर लोग मृत रिश्तेदारों, धार्मिक व्यक्तियों और शरीर के बाहर आत्मा के तौर पर मिले अनुभव बताते हैं.

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