बंदरों के आतंक से हर कोई वाकिफ है. ये लोगों पर हमला कर उनकी जान को ही खतरे में डाल देते हैं. कभी लोगों का फोन, चश्मा और खाना या कोई और सामान लेकर भाग जाते हैं. तो कभी उनके घरों में घुस जाते हैं. कुछ ऐसा ही एक महिला के साथ हुआ. उस पर बंदरों ने ऐसा हमला किया कि वो बुरी तरह घायल हो गई. केवल उसी के साथ ऐसा नहीं हुआ बल्कि कई और लोगों के साथ भी हुआ है.
ये महिला ब्रिटेन से आई पर्यटक थी. वो थाईलैंड घूमने आई थी. अब उसके जैसे पीड़ितों को सरकार की तरफ से मुआवजा मिलेगा. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार इलाज के लिए 69,961 रुपये देगी.
अगर पीड़ित अपनी चोट की वजह से काम करने की हालत में नहीं है, तो उसे 180 दिनों तक प्रतिदिन 699 रुपये दिए जाएंगे. अगर किसी की बंदर के हमले में मौत हो जाए, तो उसके परिवार को 2.33 लाख रुपये मिलेंगे. ये योजना वन्यजीव संरक्षण कार्यालय द्वारा फंड की जाएगी.
इसे थाईलैंड के सेंट्रल एरिया के लोपबुरी प्रांत में बंदर द्वारा एक महिला को गंभीर रूप से घायल किए जाने के बाद लागू किया गया है. 36 साल की पीड़ित महिला जब बाजार से घर जा रही थी, तो दो बंदरों ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके घुटने और कूल्हे की हड्डी टूट गई.
पटाया मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला पर उस इलाके में हमला किया गया, जहां की सड़कों पर बंदर ही राज करते हैं. लोगों पर खाने के लिए हमले कर देते हैं. बंदरों ने महिला के हाथों में शॉपिंग का भरा हुआ बैग देख लिया था. जिसके बाद उन्होंने महिला पर हमला कर दिया. वो उस वक्त अपनी कार की तरफ जा रही थी.
ये घटना 6 मार्च की है. डॉक्टरों ने अरीकांता नाम की महिला को 15 दिन तक आराम करने की सलाह दी. इस समय में वो अपना खर्च चला सके, इसके लिए उसे 10,495 रुपये दिए जाएंगे. जो थाईलैंड में औसत मासिक वेतन का करीब आधा है.
नई योजना की घोषणा के बाद से, स्थानीय अधिकारियों ने बंदरों की अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में स्थानीय लोगों और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे उपायों का मूल्यांकन किया है. लोपबुरी प्रांत में हाल के हमलों के बाद अधिक पब्लिक लाइट्स और चेतावनी वाले संकेतों की व्यवस्था की गई है.
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