सेम सेक्स कपल अभिषेक रे और चैतन्य शर्मा की शादी ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. दोनों युवकों ने पिछले साल ही आपस में शादी रचाई थी. इस शादी को कोलकाता की पहली Gay Wedding बताया गया था. एक वीडियो में कपल ने बताया कि कैसे वे एक दूसरे को दिल दे बैठे और घरवाले उनकी शादी के लिए राजी हुए.
बता दें कि देश में Same Sex Marriage को कानूनी मान्यता नहीं मिली है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई होने वाली है. वहीं, 32 साल के चैतन्य और 42 साल के अभिषेक बताते हैं कि उनकी मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी. कुछ ही समय की बातचीत के बाद वे एक दूसरे को दिल बैठे. फिर उन्होंने प्यार की निशानी ताजमहल के सामने एक दूसरे को प्रपोज कर दिया. प्रपोजल के कुछ समय बाद उन्होंने पूरे रीति-रिवाज से शादी कर ली. उनकी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई थीं.
डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट चैतन्य कहते हैं- 2020 में अभिषेक ने अपने जन्मदिन पर फेसबुक पर फोटो अपलोड की थी. उस वक्त मैंने उन्हें विश किया था. तभी से बातचीत शुरू हुई. फिर वीडियो कॉलिंग पर बात होने लगी. ये सिलसिला करीब 5 महीने तक चला. तब तक घरवालों को भी पता चल गया था.
ताजमहल के सामने किया था प्रपोज
इसके बाद फैशन डिजाइनर अभिषेक से मिलने चैतन्य कोलकाता पहुंच गए. चैतन्य को वहां इतना अच्छा अलग कि उनकी दो दिन की ट्रिप दो हफ्ते तक खिंच गई. फिर अभिषेक दिल्ली आए और चैतन्य के घरवालों से मिले. यहां से दोनों ताजमहल देखने निकल गए. ताजमहल के सामने ही चैतन्य ने घुटने के बल बैठकर अभिषेक को रिंग पहनाकर प्रपोज कर दिया.
फिर अभिषेक ने चैतन्य के घरवालों से बात की और शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे एकसेप्ट कर लिया गया. क्योंकि दोनों के ही घर वाले उनके बारे में जानते थे. हालांकि, थोड़ी-बहुत मान मनौवल की जरूरत पड़ी. लेकिन फिर भी दोनों के पैरेंट्स काफी सपोर्टिव रहे.
पिछले साल अभिषेक और चैतन्य की शादी बड़े ही धूमधाम से हुई. शादी में मारवाड़ी और बंगाली दोनों रस्में निभाई गईं. इस दौरान मेहंदी, हल्दी से लेकर सारे रीति-रिवाज फॉलो किए गए थे. उनकी वेडिंग फोटोज को सोशल मीडिया पर तगड़ा रिस्पॉन्स मिला. जिसका अभिषेक और चैतन्य को बिल्कुल भी यकीन नहीं था. वो कहते हैं कि कंपनी के लोग हों या आसपास के लोग करीब-करीब सबने अच्छा रिस्पॉन्स दिया. अब वे दोनों हंसी-खुशी अपनी लाइफ एन्जॉय कर रहे हैं.
'बहादुर बनो, जीवन को वैसे जियो जैसे तुम्हारा दिल चाहता'
देश भर में समलैंगिक जोड़ों को संदेश देते हुए चैतन्य कहते हैं- हमें लगता है कि हमने LGBTQ+ स्वीकृति के मामले में समाज से आगे बढ़ने की दिशा में एक जिम्मेदार कदम उठाया है और अब बहुत सारे समान-लिंग वाले जोड़े प्रोत्साहित होंगे. LGBTQ+ समुदाय के लिए हमारा संदेश है- 'बहादुर बनो, जीवन को वैसे जियो जैसे तुम्हारा दिल चाहता है और अपने अधिकारों के लिए लड़ो.'
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