गर्लफ्रेंड के ब्रेन को भूनकर खाया, फिर उसका खून भी पीया... नरभक्षी ने ऐसे किया कत्ल

कुछ ऐसे साइको किलर हुए हैं, जिन्हें नरभक्षी की संज्ञा दी जाती है. रूस में ऐसा ही एक शख्स है, जिसे नरभक्षी हत्यारे के रूप में जाना जाता है. उसकी कहानी इतनी डरावनी है कि रूह कांप जाए.

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रूस के नरभक्षी हत्यारे की कहानी, जो अपनी गर्लफ्रेंड का दिमाग भूनकर खा गया था (Representational Photo - Pexels) रूस के नरभक्षी हत्यारे की कहानी, जो अपनी गर्लफ्रेंड का दिमाग भूनकर खा गया था (Representational Photo - Pexels)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:50 PM IST

रूस में 23 साल का एक युवक अपनी गर्लफ्रेंड के  घर महिला दिवस मनाने पहुंचा. फिर उसकी बेरहमी से उसकी हत्या कर दी. वह इतने पर ही नहीं रुका. उसने अपनी दोस्त के शव के टुकड़ों को तवे पर भून-भूनकर कर खा गया. यह कहानी रूस के सबसे कुख्यात साइको किलर की है, जिसे लोग नरभक्षी मानते हैं. 

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक,  सबसे क्रूर हत्यारों की सूची में, रूसी नरभक्षी दिमित्री लुचिन को इस ग्रह पर अब तक के सबसे खौफनाक व्यक्तियों में से एक के तौर पर माना जाता है. इस नरभक्षी ने 2018 में अपनी साथी की हत्या कर दी थी.

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45 साल की गर्लफ्रेंड का बोतल मारकर किया कत्ल
 इस मामले के खुलासे ने पूर्वी यूरोपीय देश को झकझोर दिया था. उस समय महज 23 साल के लुचिन, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के बहाने अपनी 45 वर्षीय गर्लफ्रेंड ओल्गा बुदुनोवा से मिलने गया था, लेकिन इस खौफनाक हत्यारे के इरादे कहीं अधिक भयावह थे.

शरीर के कर दिए कई टुकड़े
दोनों ने साथ में शराब पी. इसके कुछ ही क्षणों बाद, लुचिन ने बोतल से ओल्गा के सिर पर वार करना शुरू कर दिया. इससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसने मांस काटने वाले चाकू से उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. आगे जो हुआ, उसने अनुभवी जासूसों को भी स्तब्ध कर दिया.

बताया जाता है कि उस साइको किलर ने बुदुनोवा के दिमाग के टुकड़ों को बड़े आराम से भूनकर खाया और फिर उसके शव से निकाले गए खून को गिलास में लेकर पी गया. उसने उसका पेट फाड़ दिया, उसके कान काट डाले, एक कान उसके मुंह में और दूसरा घर की बिल्ली के कटोरे में डाल दिया और खून और बैंगनी नेल पॉलिश से उसके शरीर पर अपशब्द लिख दिए.

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'स्वाद अच्छा था, इसलिए भूना हुआ दिमाग खाया'
लुचिन, जिसे शैतान का उपासक और तांत्रिक बताया जाता है, उसने लूसिफ़र को बुलाने की उम्मीद में उसके खून से दरवाजे पर शैतानी प्रतीक बनाए. उसने बाद में पुलिस को बताया था कि उसने पके हुए दिमाग के टुकड़ों को दो बार इसलिए चखा क्योंकि उसे स्वाद अच्छा लगा.

अभियोजकों ने कहा कि लुचिन सीरियल किलरों के प्रति "दीवाना" हो गया था और हत्यारों से जुड़ी डरावनी वेबसाइटों पर घंटों बिताता था. अपने मुकदमे के दौरान, लुचिन को धातु के पिंजरे में रखा गया था. उसके अंदर से उसने एक विचित्र कविता सुनानी शुरू कर दी थी. इसमें उसने जोर देकर कहा कि वह कोई पागल, हत्यारा या नरभक्षी नहीं है, बल्कि छात्र, खिलाड़ी और कवि है. 

मानसिक रूप से स्वस्थ्य पाया गया था लुचिन
जब लुचिन कुख्यात सोवियत सीरियल किलर आंद्रेई चिकातिलो के बारे में बड़बड़ाने लगा, तो जज एलेक्सी स्टैनोव्स्की ने उसे बीच में ही रोक दिया. लुचिन को मानसिक रूप से स्वस्थ घोषित किया गया और उसे "विशेष क्रूरता" से हत्या करने का दोषी पाया गया. 

पड़ोसियों के मुताबिक किसी दूसरे ग्रह का इंसान लगता था लुचिन
उसे कठोर व्यवस्था वाली जेल में 19 साल की सजा काटनी होगी. बुदुनोवा के स्तब्ध पड़ोसियों ने कहा कि वे उसके फ्लैट के अंदर के भयावह दृश्यों को कभी नहीं भूलेंगे. एक पड़ोसी ने कहा कि यह किसी दूसरी दुनिया जैसा था. कोई इंसान ऐसा नहीं कर सकता.

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