नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां 2025 के लिए भयावह साबित हो सकती है. उनकी भविष्यवाणियों और लेखों की व्याख्या करने वाले लोगों ने मौजूदा समय में दुनियाभर में हो रहे संघर्ष और घटनाओं को संभावित परमाणु युद्ध, आपदा और महामारी से जोड़ कर देख रहे हैं. इनका मानना है कि साल का अंत कुछ ऐसी घटनाओं के साथ होने वाला है.
डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, नास्त्रेदमस की एक कविता के अंश में तारों और रक्त से सने पवित्र स्थानों के बीच मार्स के शासन का उल्लेख है. जिसे आधुनिक व्याख्याकारों ने तीसरे विश्व युद्ध की संभावना से जोड़ा है।
वैश्विक संघर्षों का 30 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा खतरा
अटलांटिक काउंसिल और रैंड कॉर्पोरेशन के सर्वेक्षणों का अनुमान है कि 2026 तक बड़े वैश्विक संघर्ष का खतरा 30 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा. ताइवान जलडमरूमध्य में बढ़ते तनाव , यूक्रेन में चल रहा युद्ध तथा नाटो और रूस के बीच टकराव ऐसे भविष्यवाणियों को को बल देते हैं.
मंगल ग्रह से जोड़कर की है भविष्यवाणी
नास्त्रेदमस ने लिखा है कि जब मंगल ग्रह तारों के बीच अपना रास्ता बनाएगा, तो इंसानी खून से पृथ्वी के पवित्र स्थान सन जाएंगे. पूर्वी दिशा से तीन आग की लपटें प्रज्वलित होंगी, जबकि पश्चिमी अपना प्रकाश खो देगी.
एशिया से उभरेंगी शक्तियां
इन कथनी को पूर्व में उभरती शक्तियों से जोड़ा गया है, जबकि पश्चिम द्वारा 'चुप्पी में अपना प्रकाश खोना' को पश्चिमी प्रभाव और स्थिरता में गिरावट के रूप में विश्लेषित किया गया है.
परमाणु बम विस्फोट या क्षुद्र ग्रह के टकराने की आशंका
फ्रांसीसी भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने नए युद्धों, महामारियों और आकाश से गिरने वाले एक ब्रह्मांडीय आग के गोले की भी भविष्यवाणी की थी, जिसके बारे में कुछ लोगों का मानना है कि वह एक क्षुद्रग्रह या परमाणु बम हो सकता है.
मंगल, जो युद्ध और आक्रामकता का प्रतीक है, हिंसा से प्रभावित काल का संकेत देता है. वहीं 'मानव रक्त का पवित्र स्थानों पर गिरना', पवित्र या संरक्षित जगहों पर संघर्ष छिड़ने के संकेत देता है.
यूरोप हो जाएगा कमजोर
पूर्व से उठने वाली 'तीन आग' को अक्सर संघर्ष या एशिया में शक्तिशाली राष्ट्रों के उदय के रूप में देखा जाता है. जबकि पश्चिम की मंद होती रोशनी कमजोर होते प्रभाव या शक्ति का संकेत देती है. यह साफ तौर पर यूरोपीय देशों के कमजोर होने का संकेत देता है.
नास्त्रेदमस भविष्यवाणियों के लेखन के लिए जाने जाते हैं. उनके लेख में सबसे उल्लेखनीय है लेस प्रोफेटीज, जो पहली बार 1555 में प्रकाशित हुई थी. लेस प्रोफेटीज 942 काव्यात्मक चौपाइयों का एक संग्रह है, जो गूढ़, रूपकात्मक शैली में लिखा गया है. इसमें युद्ध, प्राकृतिक आपदाओं, राजनीतिक उथल-पुथल और सामाजिक परिवर्तनों को शामिल किया गया है.
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी से मेल खाती हैं कई ऐतिहासिक घटनाएं
नास्त्रेदमस को अक्सर प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं की 'भविष्यवाणी' करने के लिए जाना जाता है. इन भविष्यवाणियों में एडोल्फ हिटलर का उदय, फ्रांसीसी क्रांति और जॉन एफ कैनेडी की हत्या शामिल हैं.
उनकी भविष्यवाणियों में एक ब्रह्मांडीय खतरे के संकेत मिले हैं. जैसा उन्होंने लिखा है - ब्रह्मांड से एक आग का गोला उठेगा. कुछ लोग इसे क्षुद्रग्रह या धूमकेतु के रूप में व्याख्यायित करते हैं, जबकि अन्य का सुझाव है कि यह परमाणु बम का संदर्भ हो सकता है.
लंबे युद्ध का किया है जिक्र
पेनलाइव की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि संसाधन समाप्त हो जाएंगे, जो कि यूक्रेन की वर्तमान स्थिति में भयावह रूप से दिखाई दे रहा है. उन्होंने लिखा था कि लंबे युद्ध के कारण सारी सेना थक गई, जिससे उन्हें सैनिकों के लिए धन नहीं मिला. सोने या चांदी के स्थान पर, उन्हें चमड़े के सिक्के, गैलिक पीतल और चंद्रमा का अर्धचंद्राकार चिह्न ही मिला.
इस वर्ष, रिपोर्टों ने पुष्टि की है कि चल रहे संघर्षों में सैनिकों की संख्या में लगातार कमी आ रही है. इससे नास्त्रेदमस की संसाधनों के समाप्त होने की कल्पना भयावह रूप से प्रतिध्वनित हो रही है.
इंग्लैंड में युद्ध छिड़ने की कही है बात
नास्त्रेदमस ने यह भी भविष्यवाणी की थी कि जैसे ही एक युद्ध समाप्त होगा, इंग्लैंड में दूसरा युद्ध छिड़ सकता है. इसके साथ घातक महामारी भी आएगी. राज्य में इतने क्रूर युद्ध होंगे कि अंदर और बाहर दुश्मन पैदा हो जाएंगे. अतीत की एक बड़ी महामारी वापस आ गई है. आसमान के नीचे इससे अधिक घातक कोई शत्रु नहीं है.
उन्होंने ब्राजील में जलवायु संबंधी आपदाओं का भी पूर्वानुमान लगाया था, जो अमेज़न वर्षावन का घर है. नए शहर के पास, खोखले पहाड़ों के रास्ते में स्थित विश्व के उद्यान को जब्त कर लिया जाएगा और टब में डुबो दिया जाएगा तथा सल्फर से जहरीला पानी पीने के लिए मजबूर किया जाएगा.
'रहस्यमयी नेता' के उदय की भविष्यवाणी
उन्होंने एक 'रहस्यमयी नेता' का उदय होने की भी बात कही थी, जो एक 'जलीय साम्राज्य' स्थापित कर सकता है, जो संभवतः रणनीतिक समुद्री क्षेत्रों में बदलते गठबंधनों या शक्ति के नए केंद्रों का प्रतीक है, जो आज के अप्रत्याशित वैश्विक परिदृश्य में विशेष रूप से प्रासंगिक है.
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