एक इंडियन बिजनेसमैन ने बताया कि जब उन्होंने H-1B वीजा से B-1 वीजा पर स्विच किया, तो उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई. उन्होंने कहा कि यह कदम उनके करियर का सबसे बड़ा मोड़ था. इससे उन्हें अपने लाइफ में फिर से कंट्रोल और पॉजिटिविटी फील हो रहा है. इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में अनिरुद्ध ने कहा- "यह मेरी सच्ची कहानी है. मैं 9 साल तक H-1B वीजा पर था, फिर B-1 वीजा पर आया और तभी मेरी ज़िंदगी बदल गई."
उन्होंने दोनों वीज़ा के अनुभवों की तुलना करते हुए कहा:
अनिरुद्ध ने बताया कि B-1 वीजा पर आने के बाद उनका जीवन काफी आसान और रोमांचक हो गया. उन्होंने कहा-
मैंने बस भरोसे के साथ एक बड़ा कदम उठाया और वह सही साबित हुआ. जल्द ही मैं बताऊंगा कि मैंने यह कैसे किया, तब तक मेरे अपडेट्स के लिए मुझे फॉलो करें!" उन्होंने यह भी बताया कि अब वह पूरी तरह भारत में रहते हैं और केवल सम्मेलनों या मीटिंग के लिए ही अमेरिका जाते हैं.
वायरल वीडियो यहां देखें:
सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल
अनिरुद्ध की पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. यह उस समय सामने आई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया नियम लागू किया, जिसके मुताबिक अब हर नए H-1B वीजा के लिए कंपनियों को 100,000 डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) एक बार में देने होंगे. इस नियम का असर यह होगा कि कई कंपनियां अब इतने महंगे वीजा के लिए कम लोगों को ही नौकरी देगा, जिससे भारतीय पेशेवरों के लिए अमेरिका में काम करने के मौके कम हो सकते हैं.
इस फैसले से इंडियन प्रोफेशनल में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि अमेरिका में H-1B वीजा पर काम करने वालों में लगभग 70% भारतीय हैं. कई लोगों का मानना है कि यह कदम भारतीय प्रतिभाओं के लिए अमेरिकी टेक इंडस्ट्री के दरवाजे सीमित कर सकता है. इसी माहौल में, अनिरुद्ध की कहानी ने कई पेशेवरों को प्रेरित किया है. लोग उनके अनुभव को इस बात के उदाहरण के रूप में देख रहे हैं कि कैसे कोई व्यक्ति H-1B वीजा की पाबंदियों से निकलकर अपनी आजादी वापस पा सकता है
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