तेहरान के बीचोबीच ईरानी कमांड सेंटर को ही उड़ा दिया इजरायल ने... चीफ ऑफ स्टाफ शामदानी को ऐसे मारा

इजरायली सेना को अचानक एक सटीक खुफिया जानकारी मिली थी कि तेहरान के बीचोबीच एक अतिसुरक्षित कमांड सेंटर में ईरान के नए चीफ ऑफ स्टाफ मौजूद हैं. इसके बाद कार्रवाई की गई.

Advertisement
ऐसे मारे गए ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ अली शादमानी ऐसे मारे गए ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ अली शादमानी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2025,
  • अपडेटेड 3:30 PM IST

इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने तेहरान में हुए हवाई हमले में ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ की मौत की पुष्टि की है. ईरान के वॉर टाइम चीफ ऑफ स्टाफ और खामेनेई के शीर्ष सहयोगी अली शादमानी की सेंट्रल तेहरान में एक हवाई हमले में मौत हो गई. 

कुछ दिन पहले ही उन्होंने इजरायल के पहले हमलों में मारे गए पिछले शीर्ष कमांडर की जगह ली थी. Ynet News की रिपोर्ट के मुताबिक आईडीएफ प्रवक्ता ने मंगलवार को घोषणा की है कि ईरान के वॉर टाइम चीफ ऑफ स्टाफ और सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के सबसे करीबियों में से एक अली शादमानी की  तेहरान के बीचोबीच किए गए सटीक हवाई हमले में मौत हो गई.

Advertisement

ऐसे मारे गए अली शादमानी 
सेना के अनुसार, यह हमला सैन्य खुफिया निदेशालय और इजरायली वायु सेना का एक संयुक्त अभियान था. अचानक एक सटीक खुफिया जानकारी मिली थी कि तेहरान के बीचोबीच एक अतिसुरक्षित कमांड सेंटर में ईरान के नए चीफ ऑफ स्टाफ मौजूद हैं. अचानक मिली इस सूचना को इजरायली सेना ने एक अवसर मानते हुए कमांड सेंटर पर हवाई हमला कर दिया.  इसी हमले में शादमानी मारे गए.

तीन दिन पहले बने थे सेना के चीफ ऑफ स्टाफ 
शादमानी ईरान के सशस्त्र बलों के आपातकालीन मुख्यालय के कमांडर थे और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) और देश की सक्रिय सेना दोनों की देखरेख करते थे. उन्हें अपने पूर्ववर्ती आलम अली राशिद की मृत्यु के बाद ईरान के सशस्त्र बलों का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया था, जो ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के शुरुआती हमले में मारे गए थे. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: मोसाद का ऐसा कहर... ईरानी कमांडरों को स्मार्ट फोन नहीं रखने का ऑर्डर, एक के बाद एक मारे जा रहे अफसर

इजरायल के खिलाफ हाल में हुए हमलों की कर रहे थे प्लानिंग
आईडीएफ ने कहा कि शादमानी के नेतृत्व में "खतम अल-अनबिया" आपातकालीन कमान पोस्ट ने ईरानी युद्ध की योजना बनाई और आक्रामक अभियानों को मंजूरी दी. सेना के अनुसार, उसका खात्मा सीधे तौर पर इजरायल के खिलाफ ईरान की हमले की योजनाओं को बाधित करता है और ईरान की सैन्य कमान के उच्च रैंक के लिए एक महत्वपूर्ण झटका है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement