UPSC Topper रहे शाह फैसल (Shah Faesal) एक बार फिर सुर्खियों में हैं. IAS से इस्तीफा देने के 3 साल बाद उन्होंने फिर से सिविल सर्विसेज जॉइन कर ली है. हालांकि, अभी उनकी पोस्टिंग होनी बाकी है. शाह फैसल अभी वेटिंग में हैं. बीते दिन ही उन्होंने सोशल मीडिया पर नौकरशाह के रूप में अपनी वापसी का संकेत दिया था.
फैसल ने 2009 में UPSC की परीक्षा में टॉप किया था. वो जम्मू-कश्मीर के पहले UPSC टॉपर हैं. उन्होंने देश में बढ़ती कथित 'असहिष्णुता' को लेकर जनवरी 2019 में IAS की नौकरी छोड़ दी थी और राजनीति के मैदान में उतर पड़े थे. इसके बाद शाह फैसल ने अपनी खुद की पार्टी 'जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट' बनाई और विधानसभा चुनाव लड़ने की मंशा जताई.
फैसल ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने का भी जमकर विरोध किया था. हालांकि, कुछ महीने बाद ही उनका नजरिया बदल गया. पिछले कुछ समय से वो केंद्र सरकार की नीतियों का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं.
ट्वीट के जरिए दिया था नौकरी में वापसी का संकेत
गौरतलब है कि बीते दिन ही शाह फैसल ने IAS की नौकरी में अपनी वापसी का संकेत दिया. फैसल ने ट्वीट कर 2019 में सरकारी नौकरी छोड़कर सियासत में कूदने के अपने फैसले को लेकर बातें कही. उन्होंने बताया कि कैसे उनके जीवन के 8 महीने (जनवरी 2019-अगस्त 2019) इतने बुरे गुजरे कि वो टूट गए थे.
फैसल ने कहा कि मैंने लगभग वह सब कुछ खो दिया जो कई सालों की मेहनत से बनाया था. फिर चाहे वो अपना काम हो, मित्र हो, प्रतिष्ठा हो. बकौल फैसल 'मेरे आदर्शवाद ने मुझे निराश किया.' उन्होंने यह भी कहा कि वो अपने द्वारा की गई गलतियों को दुरुस्त करेंगे और पुरानी बुरी यादों को भुला देंगे.
शाह फैसल ने अपने ट्वीट में बताया कि वो अगले महीने 39 साल के हो रहे हैं और फिर से नई शुरूआत करने के लिए उत्साहित हैं. फिलहाल ये देखने वाली बात होगी कि फैसल को कहां पोस्टिंग मिलती है.
कमलजीत संधू