पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेजी अखबार ‘डॉन’ (Dawn) से हुई एक बड़ी एडिटोरियल गलती इस हफ्ते सुर्खियों में रही, जब उसके बिजनेस सेक्शन में छपी एक लाइन ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया और अख़बार की किरकिरी करा दी. लोग हैरान हैं कि आखिर ऐसा क्या छप गया कि हर जगह इस गलती का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है. आइए जानते हैं, डॉन से हुई वह चूक क्या थी.
यह मामला 12 नवंबर को सामने आया, जब पाठकों ने बिज़नेस सेक्शन की एक रिपोर्ट के अंत में एक अजीब सी लाइन देखी. कुछ ही देर में उस हिस्से का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें साफ दिख रहा था कि AI टूल से लिखी गई एक इंस्ट्रक्शन बिना एडिट किए ही प्रिंट हो गई थी.
यह गलती ‘अक्टूबर में ऑटोमोबाइल बिक्री में तेजी’ हेडलाइन वाले एक लेख के आखिरी पैराग्राफ में नजर आई. पूरी खबर में ऑटो सेक्टर की बिक्री, गाड़ियों और कंपनियों के आंकड़े विस्तार से लिखे गए थे. लेकिन सोशल मीडिया पर हंगामा उस लेख की आखिरी लाइन को लेकर मचा. अंतिम लाइन में लिखा था-If you want, I can also create an even snappier ‘front-page style’ version with punchy one-line stats and a bold, infographic-ready layout perfect for maximum reader impact. Do you want me to do that next?
यानी-अगर आप चाहें, तो मैं एक और भी आकर्षक ‘फ्रंट-पेज स्टाइल’ संस्करण तैयार कर सकता हूं, जिसमें दमदार एक-लाइन वाले आंकड़े हों और एक बोल्ड, इन्फोग्राफिक-रेडी लेआउट हो.ऐसा लेआउट जो पाठकों पर अधिकतम प्रभाव डाले. क्या आप चाहेंगे कि मैं यह अगला संस्करण बना दूं? यानी अखबार के पन्नों पर सीधा वही सुझाव छप गया जो आमतौर पर AI टूल यूजर को देता है.
सोशल मीडिया पर आलोचना की बाढ़
स्क्रीनशॉट वायरल होते ही लोगों ने Dawn की एडिटोरियल टीम की सख्त आलोचना शुरू कर दी. कई यूजर्स ने हैरानी जताई कि इतने प्रतिष्ठित अख़बार से ऐसी गलती कैसे हो सकती है. कुछ ने इसे 'गिरते संपादकीय मानकों' का उदाहरण बताया, जबकि कई पुरानी पाठकों ने कहा कि अब वे इस अखबार पर भरोसा नहीं कर सकते.
AI इस्तेमाल पर बढ़ी नई बहस
यह घटना मीडिया में AI के बढ़ते उपयोग और उससे जुड़े खतरों को लेकर नई चर्चा का कारण बनी. कई लोगों ने सवाल उठाया कि अगर AI ड्राफ्ट या प्रॉम्प्ट को ठीक से रिव्यू न किया जाए तो ऐसी गलतियां बार-बार हो सकती हैं।
एक Reddit यूजर ने लिखा: Dawn जैसे अख़बार में ChatGPT का बिना एडिट किया हुआ कंटेंट देखना बेहद शर्मनाक है.एक अन्य टिप्पणी में कहा गया: Automation को मदद समझो, रिप्लेसमेंट नहीं.
X पर एक यूजर ने तीखे शब्दों में लिखा कि दूसरों को मीडिया एथिक्स पर ज्ञान देने वाले खुद AI-generated कंटेंट बिना डिस्क्लोजर के छाप रहे हैं.
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