एसिड का इंजेक्शन लगवाकर बनाए 8-पैक एब्स, शख्स ने खर्च किए 5 करोड़ रुपये

चीन में एक शख्स ने 8-पैक एब्स बनाने के लिए हायलूरोनिक एसिड के इंजेक्शन लिए. इसके लिए उसने पर 560,000 अमेरिकी डॉलर यानी करीबन 5 करोड़ रुपये खर्च कर दिए.

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8-पैक एब्स बनाने के लिए शख्स ने लगवाए एसिड के इंजेक्शन (Photo - Pexels) 8-पैक एब्स बनाने के लिए शख्स ने लगवाए एसिड के इंजेक्शन (Photo - Pexels)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:45 PM IST

एक चीनी शख्स ने यह दावा करके सबको चौंका दिया है कि उसने कृत्रिम रूप से 8-पैक एब्स बनाने के लिए एसिड इंजेक्शन पर चार मिलियन युआन (560,000 अमेरिकी डॉलर) यानी 5 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर एंडी हाओ तिएनन नाम के शख्स का दावा है कि कृत्रिम रूप से निर्मित पेट की मांसपेशियों को मनचाहा आकार देने वाला वह चीन में इस तरह का पहला शख्स बन गया है.

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क्या होता है हायलूरोनिक एसिड, जिसका लिया इंजेक्शन
पूर्वोत्तर चीन के हेइलोंगजियांग प्रांत के रहने वाले हाओ सौंदर्य और फैशन से जुड़े कंटेंट शेयर करने के लिए जाने जाते हैं. उनके प्रोफाइल में दावा किया गया है कि उनके शरीर के 20 प्रतिशत भाग में हायलूरोनिक एसिड है. यह एसिड शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, जो जोड़ों को चिकना बनाने और नमी नमी प्रदान करने में मदद करता है.

एसिड का इंजेक्शन लेने के लिए खर्च किए 5 करोड़ रुपये
उनकी योजना एसिड शॉट्स के कुल 10,000 खुराकें लगाने की है और उन्होंने अपने लक्ष्य का 40 प्रतिशत पूरा कर लिया है. कुछ महीने पहले, हाओ ने अपने कंधों, कॉलरबोन, छाती और पेट में एसिड की 40 प्रतिशत खुराकें इंजेक्ट करने के लिए चार मिलियन युआन खर्च करने के कारण सुर्खियां बटोरी थीं.

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पेट पर उभार लिए 8-पैक एब्स
इंजेक्शन से कृत्रिम तरीके से पेट पर 8 -पैक एब्स की आकृति बनाने में मदद मिली है. हालांकि, उन्होंने इस प्रक्रिया का विवरण अभी तक नहीं बताया है. हाओ कहते हैं कि उन्होंने कॉस्मेटिक संवर्द्धन का सहारा इसलिए लिया क्योंकि वे व्यायाम के माध्यम से मनचाहा गठीला बदन नहीं बना सके.

उन्होंने कहा कि मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि मेहनत नहीं करने वालों की मांसपेशियां नहीं बढ़तीं. लेकिन, मैंने इतने इंजेक्शन लगवा लिए हैं कि अब मैं बिना मेहनत किए वैसी शरीर बना चुका हूं.

तीन साल तक एब्स बने रहने पर बन जाएगा रिकॉर्ड
अगर तीन साल में मेरे एब्स गायब नहीं हुए, तो मैं हयालूरोनिक एसिड से बने सबसे लंबे समय तक टिकने वाले कृत्रिम एब्स के रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक में आवेदन करूंगा. मैं अपने एब्स पर अखरोट तोड़ते हुए एक लाइव-स्ट्रीम करूंगा ताकि सब देख सकें.

प्रोसीजर के 5 महीने बाद भी सब ठीकठाक
इस प्रोसीजर के लगभग पांच महीने बाद, अक्टूबर के अंत में पोस्ट किए गए एक वीडियो में, उन्होंने परिणामों पर संतुष्टि जाहिर की. कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. हाओ ने कहा कि मुझे कभी भी मांसपेशियों में सूजन नहीं होती, मुझे तो बस यही पसंद है. बहुत से लोग कहते हैं कि हायलूरोनिक एसिड कुछ महीनों में घुल जाएगा और डॉक्टर कहते हैं कि यह जगह बदल सकता है या चिपक सकता है.

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हाओ ने कहा कि यह वास्तव में समय के साथ और भी प्राकृतिक और बेहतर दिखने लगा है. यहां तक कि पेट की मांसपेशियों के बीच की रेखाएं भी अब साफ़ दिखाई देती हैं, और वे एक गांठ में नहीं बदली हैं.

एक्सपर्ट ने जताई चिंता
ली जियालुन मध्य चीन के हेबेई प्रांत के वुहान में हुआझोंग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के टोंगजी मेडिकल कॉलेज के यूनियन अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एक चिकित्सक हैं.

एसिड इंजेक्शन से हो सकता है नेक्रोसिस
ली ने चिंता जताई है कि हाओ की गतिविधियां उनके स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकती हैं. ली ने कहा कि हायलूरोनिक एसिड की 40 खुराकें इंजेक्ट करने से त्वचा के क्षतिग्रस्त होने की संभावना हो सकती है, जिससे नसों में नेक्रोसिस हो सकता है.

इंजेक्शन लेने के बाद, आपकी प्राकृतिक मांसपेशियां वास्तव में कम हो सकती हैं. क्योंकि हायलूरोनिक एसिड और फिलर्स हड्डियों को नष्ट कर सकते हैं और मांसपेशियों पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे वे पतली हो जाती हैं. ली ने आगे कहा कि जब फिलर घुल जाता है, तो आपकी मूल मांसपेशियां और भी कमज़ोर दिखने लगती हैं.

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