डॉक्टरों ने पैर में जोड़ दिए महिला के कान! इस वजह से करनी पड़ी ऐसी सर्जरी

एक कारखाने में हुए भयानक हादसे में महिला का कान उसके सिर से अलग हो गया. बाद में सर्जनों ने उसे उसके पैर से जोड़ दिया. जानते हैं ऐसा करने के पीछे डॉक्टरों ने क्या तर्क दिया.

Advertisement
फैक्ट्री में हुए एक हादसे में अलग हो गए थे महिला के कान (Representational Photo - Pixabay) फैक्ट्री में हुए एक हादसे में अलग हो गए थे महिला के कान (Representational Photo - Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:57 PM IST

चीन में एक फैक्ट्री में काम करने वाली महिला के बाल मशीन में फंस गए और उसकी त्वचा उसके सिर और गर्दन से बुरी तरह खिंचकर अलग हो गई. इस दुर्घटना में उसका बायां कान पूरी तरह से अलग हो गया  था. महिला दर्द से चिल्लाने लगी और उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. 

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी चीनी शहर जिनान में एक कारखाने में हुई भयावह घटना में एक महिला का कान उसके सिर से अलग हो गया. जब उसे अस्पताल में भर्ती किया तो सर्जनों ने एक विचित्र प्रक्रिया के माध्यम से उसके कान को पैर से जोड़ दिया.

Advertisement

सिर से अलग हो गया था कान
सिर से अलग हुए कान को पैर से जोड़ना अजीब घटना लग सकती है. लेकिन, डॉक्टरों ने बताया कि एक जरूरी मेडिकल प्रक्रिया की वजह से उन्हें ऐसा करना पड़ा.  सन नाम की महिला के बाल जब कारखाने में काम के दौरान मशीन में फंस गए तो  उसके सिर और गर्दन की त्वचा अपनी जगह से बुरी हट गई थी. जहां उसका बयां कान था, वो हिस्सा बुरी तरह जख्मी हो गया था.

उस वक्त डॉक्टरों ने महसूस किया कि चोट की गंभीरता को देखते हुए पारंपरिक तरीके से कान को उसी जगह फिर से जोड़ना असंभव था. क्योंकि सिर का वो हिस्सा बुरी तरह चोटिल हो गया था. सर्जरी करने वाले डॉ. किउ शेनकियांग, ने कहा कि अलग हुए कान के आसपास की नसें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थीं. इस वजह से कान को उस जगह सर्जरी करके जोड़ना असंभव था.

Advertisement

इस वजह से कान को पैरों में जोड़ा गया
वहीं अलग हुए कान को जीवित रखना भी जरूरी था. इसलिए सर्जनों ने इसे महिला के के दाहिने पैर से जोड़ने का फैसला किया. वहां पतली त्वचा और कान के पास की जगह से मेल खाने वाली नसें कान में रक्त संचार बनाए रख सकती थीं. इस प्रक्रिया को हेटेरोटोपिक ग्राफ्टिंग के नाम से जाना जाता है और इसका उपयोग सूक्ष्म शल्य चिकित्सा में किया जाता है, लेकिन कान के प्रत्यारोपण के लिए इसे शायद ही कभी किया जाता है.

इस सर्जरी के बाद सन को पैर पर ग्राफ्ट किए गए अपने कान की सावधानी से रक्षा करनी पड़ी. इसके लिए उन्हें ढीले जूते पहनने पड़े और शारीरिक गतिविधि को हल्का रखना पड़ा. क्योंकि पांच महीने बाद जब सिर की चोट ठीक हो गई तो कान को पैरों से अलग कर फिर से उसे अपनी जगह पर प्रत्यारोपित कर दिया गया.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement