लंदन में लूटपाट की घटनाओं से आहत होने और नौकरी से निकाले जाने के बाद एक महिला ने दुबई जाने का फैसला किया. क्योंकि, दुबई टैक्स फ्री शहर है. वहां लोगों को किसी भी तरह का कोई कर नहीं देना पड़ता है. साथ ही वह क्राइम के लिहाज से काफी सुरक्षित शहर है. महिला ने बताया कि फिर भी वहां एक समस्या है.
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, जिल रिपिंगडेल नाम की एक महिला ने जब लंदन को छोड़कर दुबई जाने का निर्णय लिया. तब उन्होंने कहा कि मैं मैं रियो फर्डिनेंड की तरह अपराध से भरे और कानूनविहीन लंदन से बचने के लिए दुबई चली आई हूं. यहां वेतन बहुत बढ़िया है, लेकिन डेटिंग ऐप्स से बचकर रहने में ही भलाई है.
दुबई में अच्छी सैलरी और लाइफ स्टाइल
जिल को दुबई में 85,000 पाउंड प्रति वर्ष के वेतन की नौकरी मिल गई है. वह डोनाल्ड ट्रम्प के लक्जरी गोल्फ कोर्स के सामने एक शानदार अपार्टमेंट में रहती है. हाल के वर्षों में, कई प्रसिद्ध लोगों ने धूप से सराबोर, तेल समृद्ध अमीरात का रुख किया है. इनमें रियो फर्डिनेंड का नाम भी शामिल है.
रियो, छह बार के प्रीमियर लीग विजेता - जो अगस्त में अपनी पत्नी केट (33) और बच्चों क्री (4) और शे (2) के साथ दुबई चले गए. उन्होंने विदाई भाषण में दावा किया कि उन्होंने यूके से दूसरे जगह शिफ्ट होने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि ब्रिटेन टूट रहा था.
इस वजह से यूके छोड़ रहे हैं लोग
46 साल के इस शख्स ने कहा कि यदि स्वास्थ्य सेवा जैसी चीजें पूरी तरह से ठीक से काम कर रही होतीं, तो मुझे लगता है कि लोगों को कर का भुगतान करने में कोई आपत्ति नहीं होती. हम कर के रूप में भुगतान करते हैं और क्या यह वास्तव में उन चीजों के लिए जा रहा है जो वास्तव में यहां रहने वाले लोगों को लाभ पहुंचा रही हैं?
अपराध हो चुका है बेकाबू
29 साल की जिल भी रियो की तरह ही सोच रखती है. उसने भी लंदन के बिगड़ते माहौल से तंग आकर दुबई शिफ्ट होने का फैसला किया था. जिल ने बताया कि लंदन में रहते हुए, उसने तीन बार अपना फोन चोरों के हाथों खो दिया और वह इतनी परेशान हो गई कि उसने सोचा कि अब वहां से जाने का समय आ गया है.
जिल ने एक केयर होम में न्यूनतम वेतन वाली नौकरी करके थोड़ी-सी बचत की. फिर वह दुबई में एक बहुत जरूरी छुट्टी पर चली गईं - और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
दुबई में नहीं देना होता है कोई टैक्स
जिल ने कहा तकि दुबई में बहुत सारे अवसर हैं. मौसम अद्भुत है. यहां कोई टैक्स नहीं है और कोई अपराध नहीं है. अगर आप मेहनत और लगन से काम करने को तैयार हैं, तो आप यहां कुछ भी हासिल कर सकते हैं. आपकी पूरी तनख्वाह आपकी ही है और आपको मुफ़्त में स्वास्थ्य बीमा भी मिलता है.
यूके में टैक्स में कट जाता है सैलरी का बड़ा हिस्सा
दुबई में आप कोई राष्ट्रीय बीमा या आयकर नहीं देते, इसलिए आपका सारा वेतन आपकी जेब में चला जाता है. लेकिन ब्रिटेन में तो टैक्स लगातार बढ़ता ही जा रहा है.मुझे बहुत खुशी होती है कि मैं यहां आ गई. लेकिन, मुझे अपने माता-पिता के लिए यह देखकर बहुत दुख होता है कि वहां टैक्स बढ़ रहे हैं और सेवानिवृत्ति की आयु भी बढ़ रही है.
जिल जब 16 वर्ष की थी, तब वह अपने स्कॉटिश गृहनगर से लंदन चली गई, क्योंकि वह राजधानी में जीवन के रोमांच का अनुभव करना चाहती थी. उन्होंने एक होटल में नौकरी कर ली. वहां रिसेप्शन मैनेजर तक का पद प्राप्त किया और मित्रों का एक बड़ा समूह तथा व्यस्त सामाजिक जीवन बना लिया - लेकिन लंदन में जीवन की कठिनाइयों ने उन्हें जल्द ही निराश कर दिया.
लंदन में तीन बार छीन लिया गया मोबाइल फोन
उन्होंने कहा कि यहां अपराध पागलपन भरा था. पांच सालों में तीन बार मेरा फ़ोन मेरे हाथ से छीन लिया गया. मुझे कभी भी अंधेरे के बाद घर जाते या रात की बस पकड़ते हुए सुरक्षित महसूस नहीं हुआ. अपराध का स्तर बहुत भयानक था, मैं हमेशा अपने कंधे के पीछे देखती रहती थी.
जिल ऑस्ट्रेलिया जाने की योजना बनाने लगी और सफलतापूर्वक वीजा के लिए आवेदन भी कर दिया - लेकिन एक सप्ताह बाद कोविड आ गया. उसे उम्मीद थी कि उसे होटल की नौकरी से छुट्टी मिल जाएगी. लेकिन इसके बजाय उसे नौकरी से निकाल दिया गया. फिर उसने एक केयर होम में कम वेतन वाली नौकरी कर ली.
लॉकडाउन के बाद चली गई थी दुबई
दुबई लॉकडाउन प्रतिबंधों को हटाने वाले पहले देशों में से एक था. इसलिए जिल और उसकी एक दोस्त वहां छुट्टी मनाने चले गए. उन्हें यह एहसास नहीं था कि यह उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल देगा. उन्होंने कहा कि मैं दुबई में एचआर मैनेजर के रूप में काम करने वाले एक व्यक्ति को जानती थी. इसलिए मैंने उसे कॉफी पर मिलने के लिए संदेश भेजा.
हमारी बातचीत के आखिर में उसने मुझे नौकरी का प्रस्ताव दिया. मैं उसके अलावा किसी को नहीं जानती थी. मेरे पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी और मेरे पास ज़्यादा जमा-पूंजी भी नहीं बची थी - लेकिन मैंने इस मौके को दोनों हाथों से लपक लिया.
पहले होटल के रिसेप्शन पर मिली नौकरी
मैंने हयात होटल में रिसेप्शन सुपरवाइजर के रूप में 500 पाउंड प्रति माह के वेतन पर काम शुरू किया. शुरुआत में यह बहुत मुश्किल था, 12 घंटे का दिन, कोई दोस्त नहीं और घर की बहुत याद आती थी. हर महीने मैं सब कुछ पैक करके घर जाने के बारे में सोचती रहती थी. मुझे बहुत रोना आता था. मां को बहुत भावुक फ़ोन कॉल करती थी.
फिर मैंने खुद को हिम्मत दिया. मैं असफल नहीं होना चाहती थी. मैं साबित करना चाहती थी कि मैं कुछ कर सकती हूं. इसलिए मैंने काम करना जारी रखा, तनख्वाह में तरक्की हुई और कुछ दोस्त भी बन गए. धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से जिंदगी बेहतर होती गई.
ऐसे दुबई ने अपना बनाया
जिल को एक रखरखाव फर्म में अनुबंध प्रबंधक के रूप में नौकरी मिल गई.अब वह प्रति वर्ष 60,000 पाउंड कमाती हैं - जो दुबई में आयकर न लगने के कारण ब्रिटेन में 85,000 पाउंड के बराबर है. इससे उन्हें दुबई के लोकप्रिय उपनगर दमैक हिल्स में 24वीं मंजिल पर स्थित अपार्टमेंट खरीदने की अनुमति मिल गई, जो ट्रम्प इंटरनेशनल गोल्फ क्लब के आसपास बना हुआ है.
दुबई का सबसे बुरा अनुभव है डेटिंग
अब बारी आती है दुबई के बुरे अनुभव के बारे में बात करने की. दुबई में डेटिंग करना बहुत ही बुरा है.यहां ज़्यादातर पुरुष डेटिंग ऐप पर रिश्ते की तलाश में नहीं होते हैं, वे सब किसी और चीज के पीछे भागते रहते हैं. यह समझना आसान है.
यहां डेटिंग ऐप्स पर मिलते हैं सिर्फ ऐसे लोग
जिल ने कहा कि दुबई में डेटिंग करना बहुत बुरा है. मुझे पता है कि यूके में भी यह काफी बुरा है, लेकिन यहां ज़्यादातर पुरुष रिश्ते की तलाश में नहीं हैं - वे सब किसी और चीज़ की तलाश में हैं. मैं सभी ऐप्स पर थी, टिंडर, बम्बल और अन्य दूसरे ऐप्स पर भी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली.
बिना डेटिंग ऐप्स के ऐसे मिला सच्चा प्यार
डेटिंग ऐप्स पर कई दुखद अनुभवों के बाद, जिल को सच्चा प्यार भी मिल गया. वह था एक भारतीय फायनेंस मैनेजर है. उसका नाम गर्वित अरोड़ा है. मैं गर्वित को उस समय से थोड़ा जानती थी, जब मैं होटल में काम करती थी. जहां वह लेखा विभाग में था, लेकिन हम बहुत कम बात करते थे.
नौकरी छोड़ने के बाद, एक पुराने सहकर्मी ने जन्मदिन की पार्टी रखी और उसे आमंत्रित किया और हमारी अच्छी बनती थी. वह बहुत अच्छा था. हमेशा बातचीत शुरू करने वाला, गुड मॉर्निंग कहने वाला और गुड नाइट कहने वाला सबसे पहले वही होता था.
इंडियन शख्स से करने वाली हैं शादी
हम बाली में छुट्टियां मना रहे थे और वह मुझे स्विमिंग पूल में ले गए.उन्होंने पानी पर फूलों की एक अद्भुत सजावट बनाई थी, जिस पर लिखा था 'क्या तुम मुझसे शादी करोगी, जिल?'यह मेरे जीवन में देखी गई सबसे अद्भुत चीज़ थी. मैंने हां कहा - और फिर हम पानी में कूद पड़े.
गर्वित का परिवार मूल रूप से भारत के पंजाब से है, लेकिन एक आश्चर्यजनक संयोग से उसका भाई स्कॉटलैंड में रहता है, जो बॉर्डर्स के डमफ्रीज़ में जिल के परिवार के घर से कुछ ही मील की दूरी पर है.उनकी शादी अप्रैल में होने वाली है और उसके बाद उनकी नजर और अधिक व्यावसायिक अवसरों पर है.
ब्रिटिश लोगों के लिए लंदन में हैं कई अवसर
जिल ने बताया कि दुबई में आपको कभी इस बात की चिंता नहीं होती कि कोई आपका फ़ोन छीन लेगा. जैसा मेरे साथ लंदन में हुआ था या आपके अपार्टमेंट में घुस जाएगा. यहां ऐसा नहीं होता.
यहां अवसर अनंत हैं. अगर आप ब्रिटिश हैं तो आपको नौकरी जल्दी मिल जाएगी. कंपनियाँ हमें भरोसेमंद, ईमानदार और मेहनती मानती हैं और हमें नौकरी देने के लिए उत्सुक हैं. यदि आप ब्रिटिश हैं तो आप निश्चित रूप से कतार में सबसे आगे होंगे.
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