दिवाली के पहले भी और फिर दिवाली की रात से राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर बिगड़ी है. दिल्ली के कई इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है. जिन इलाकों के एक्यूआई में बढ़त दर्ज की जा रही है, उनमें जहांगीरपुरी, आर के पुरम, ओखला, श्रीनिवासपुरी, आनंद विहार, वजीरपुर, बवाना, रोहिणी शामिल हैं. ये मुद्दा राजनीति की तरह ही आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. उसी तरह चर्चा तो सोशल मीडिया पर भी होती है.
हाल में दो लड़कों ने दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण को लेकर इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है. इसमें गाना गाकर प्रदूषण को लेकर सरकार पर तंज किया गया है. इंस्टाग्राम आई़डी @vaasudevam पर वीडियो में दोनों लड़के कव्वाली अंदाज में हारमोनियम और गिटार लिए छत पर खाट पर बैठे हैं.
वीडियो में आगे नुसरत फ़तेह अली ख़ान के गीत 'तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी...' के तर्ज पर वह गाना गाना शुरू करते हैं- 'जल रही पराली है, बदल गई दिवाली है, ये काली चादर हर जगह , खांसी बनी कव्वाली है. तुम्हें क्लीन हवा भूल जानी पड़ेगी... दिल्ली NCR में आकर तो देखो. अस्थमा, ब्रोनकाइटिस से फिर न बचोगे, बिल हॉस्पिटल का घटाकर तो देखो. वोट मांगने जो नेता आते थे घर में ,फोन जरा उनको मिलाकर तो देखो..... यहां ब्रीदिंग नहीं आसान बस इतना समझ लीजिए, एक स्मॉग का दरिया है और डूब के जाना है.'
कुल मिलाकर इस गाने में पराली से लेकर दिवाली तक को प्रदूषण का जिम्मेदार तो बताया गया है लेकिन साथ में सरकार की नाकामी भी बताई गई है. ये पोस्ट पांच दिन पहले शेयर किया गया था. पोस्ट किए जाने के बाद से इसे 1.7 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है. शेयर पर ढेरों लाइक्स और कमेंट्स भी हैं. एक यूजर ने लिखा, "शुरू से अंत तक, बहुत शानदार." दूसरे ने लिखा, 'पता नहीं हंसूं या रोऊं! वाह, क्या आवाज़ है.'
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