बेंगलुरु की एक कैब में लगे अनोखे नोटिस ने सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छेड़ दी है. एक यात्री ने रेडिट पर कैब की पिछली सीट पर चिपका ये बोर्ड शेयर किया, जिसमें ड्राइवर ने अपने सख्त और साफ नियम लिख रखे थे. तस्वीर सामने आते ही पोस्ट वायरल हो गई और लोग ड्राइवर की सोच को लेकर जमकर चर्चा करने लगे.
कैब ड्राइवर के सख्त नियम!
यात्री ने बताया कि यह बोर्ड ड्राइवर की सीट के पीछे लगाया गया था. इस पर छह नियम लिखे थे, जिनका लहजा एकदम स्ट्रेटफॉरवर्ड.कहीं-कहीं कड़वा और कई बार मजाकिया भी लगा. लेकिन हर लाइन ड्राइवर की रोजमर्रा की झुंझलाहट को साफ दिखाती है.
बोर्ड पर लिखा था:
“आप कैब के मालिक नहीं हैं.”
“कैब चलाने वाला ही इसका मालिक है.”
“अच्छे से बात करें और सम्मान दें.”
“दरवाज़ा धीरे बंद करें.”
“अपना ऐटिट्यूड पॉकेट में रखें, हमें मत दिखाएं.”
“मुझे ‘भैया’ मत कहो.”
“तेज चलाने को मत कहना.”
पोस्ट का कैप्शन था-कल अपनी कैब में यह मिला.
Reddit पर क्यों छिड़ी बहस?
पोस्ट सामने आते ही कॉमेंट्स की बरसात होने लगी.एक यूजर ने लिखा-मेरा तो पूरा सपोर्ट! कुछ यात्री ऐसे बर्ताव करते हैं जैसे कार उन्हीं की हो.दूसरे ने कहा-ऐटिट्यूड पॉकेट में रखो’… यह लाइन तो लाजवाब है. करारा और सच्चा जवाब!'
एक यूजर का कहना था कि ड्राइवर रोजाना कई तरह के प्रेशर का सामना करते हैं.राइडर्स की जल्दी, शॉर्टकट की डिमांड, तेज ड्राइविंग की फरमाइश…ये नियम दरअसल उनकी सीमाएं तय कर रहे हैं.किसी ने ‘भइया’ कहने पर रोक को लेकर लिखा-हर ड्राइवर को भैया कहना सच में अटपटा लगता है, समझ सकता हूं. एक और कमेंट था-दरवाजा धीरे बंद करना तो बेसिक मैनर्स है… और लोग फिर भी धड़ाम से बंद करते हैं.कुछ यूजर्स ने मजाक में कहा-यह ड्राइवर सब्र की सारी हदें पार कर चुका है… और अब दिल खोलकर बता रहा है.”
aajtak.in