जिम का भी काम करेगी ये साइकिल! बुजुर्ग का जुगाड़ देख आप भी कहेंगे- चीज मजेदार है!

वीडियो में सुधीर भावे को उनके कई अनोखे साइकिल डिज़ाइन दिखाते हुए देखा जा सकता है, जिनमें से एक ऐसा है जो जिम में मिलने वाली एलिप्टिकल मशीन की तरह ऊपरी शरीर का व्यायाम कराता है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 6:20 PM IST

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा अक्सर अपने सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो साझा करते हैं जो लोगों को प्रेरित कर सकें. इसी क्रम में उन्होंने वडोदरा, गुजरात के 75 वर्षीय मैकेनिकल इंजीनियर सुधीर भावे की सराहना की, जिन्होंने सस्ती फोल्डेबल और फिटनेस साइकिलें बनाई हैं. 

वीडियो में सुधीर भावे साइकिल की अपनी अनोखी डिजाइन दिखा रहे हैं. दिखने में एक सामान्य साइकिल की तरह है, लेकिन इसे कई तरह से यूज किया जा सकता है.ये जिम में मिलने वाली एलिप्टिकल मशीन की तरह भी काम करती है और इससे शरीर की एक्सरसाइज भी होती रहती है. उन्होंने एक इलेक्ट्रिक साइकिल भी बनाई है, जो बैटरी खत्म होने पर मैन्युअल साइकिल में बदल जाती है.
 

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वीडियो में देखें 

महिंद्रा ने भावे की कड़ी मेहनत की तारीफ की और कहा कि इनोवेशन करने का जज्बा से युवाओं तक सीमित नहीं है. साथ ही सुधीर भावे  प्रोत्साहन देने के लिए, बिजनेस टायकून ने उनके  प्रोजेक्ट्स के लिए महिंद्रा के वडोदरा वर्कशॉप का इस्तेमाल करने के लिए भी आमंत्रित किया. महिंद्रा द्वारा एक्स पर साझा किए गए भावे के काम के वीडियो ने इंटरनेट पर धूम मचा दी, जिसे 1 लाख से अधिक बार देखा गया और पॉजिटिव रिएक्शन की बाढ़ आ गई, बहुत सारे नेटिजंस भावे के इनोवेशन से प्रभावित हुए.

'आप 'रिटायर्ड' नहीं,  आप अपने जीवन के सबसे सक्रिय और इनोवेटिव दौर में'

वीडियो साझा करते हुए महिंद्रा ने लिखा, आज मेरी इनबॉक्स में यह अद्भुत कहानी आई. मैं सुधीर भावे के कुछ नया करने के जज्बे को नमन करता हूं. और अगर आप हमारे वडोदरा फैक्ट्री की वर्कशॉप का उपयोग अपने प्रयोगों के लिए करना चाहते हैं, तो मुझे बताएं. साथ ही उन्होंने लिखा नहीं सुधीर, आप 'रिटायर्ड' नहीं हैं. आप अपने जीवन के सबसे सक्रिय और इनोवेटिव दौर में हैं.

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रिपोर्टों के अनुसार, सुधीर भावे, जिन्होंने 1973 में एमएसयू से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया था. स्टील उद्योग में 40 साल तक काम किया. रिटायर होने के बाद, जब उन्होंने अमेरिका की यात्रा की, तो वहां उन्होंने एक एलिप्टिकल साइकिल देखी, लेकिन इसकी ऊंची कीमत ने उन्हें अपने इंजीनियरिंग स्किल का उपयोग करके एक सस्ती संस्करण बनाने के लिए प्रेरित किया.
 

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