मेघालय पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में नई ऊचाइयों को छूने के लिए तैयार है. यह एडवेंचर एक्टिविटी पहले भी कुछ हद तक होती थी, लेकिन अब मेघालय पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (MPA) की अगुवाई में इसे आधिकारिक तौर पर बड़े पैमाने पर फिर से शुरू किया जा रहा है. इसका लक्ष्य इस खूबसूरत राज्य की हरी-भरी वादियों और झीलों को आसमान से देखने का एक रोमांचक और सुरक्षित अनुभव देना है, जिससे मेघालय एडवेंचर टूरिज्म का एक प्रमुख केंद्र बन सके.
हालांकि, मेघालय में पैराग्लाइडिंग की सोच नई नहीं है. साल 2009 में पहली बार इस आइडिया पर काम शुरू हुआ था, लेकिन प्रशासनिक दिक्कतों और संसाधनों की कमी के चलते यह प्लान आगे नहीं बढ़ सका. पर अब, करीब 15 साल बाद, मेघालय पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (एमपीए) की मेहनत रंग लाई है. उन्होंने इस सपने को साकार करने के लिए दिन-रात मेहनत की है. आखिरकार, वो वक्त आ गया है जब पर्यटक इस राज्य की खूबसूरती को आसमान से देख पाएंगे.
मेघालय की बनावट ही ऐसी है कि यह पैराग्लाइडिंग के लिए किसी जन्नत से कम नहीं. यहां के ऊंचे पहाड़, हरी-भरी घाटियां और टेढ़ी-मेढ़ी नदियां हवा में उड़ने के लिए सबसे शानदार जगहें हैं. इसके अलावा यहां की जमीन की बनावट इतनी मनोरम है कि ऊंचाई पर उड़ते हुए, एडवेंचर पसंद यात्रियों को ऐसा शानदार नजारा देखने को मिलेगा जो दुनिया में बहुत कम जगहों पर मिलता है. बादलों के बीच से गुजरते हुए, पैराग्लाइडर यहां के घने जंगलों, चमकती झीलों और रोलिंग पहाड़ियों के ऊपर से गुज़रेंगे और मेघालय की शांति भरी सुंदरता में खो जाएंगे.
यह भी पढ़ें: नदी और पहाड़ छोड़ परिंदों की उड़ान देख रहे लोग, भारत में बर्ड वॉचिंग का क्रेज
MPA की सबसे बड़ी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि पैराग्लाइडिंग का यह अनुभव न सिर्फ रोमांचक हो, बल्कि पूरी तरह सुरक्षित भी हो. दूसरे लोकप्रिय पैराग्लाइडिंग वाली जगहों पर सुरक्षा को लेकर थोड़ी परेशानी आती रही है, लेकिन MPA ने तय किया है कि मेघालय में ऐसा नहीं होगा. हर उपकरण को अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के हिसाब से जांचा जाएगा और उनका रखरखाव किया जाएगा.
सिर्फ उपकरण ही नहीं, हर पायलट और प्रशिक्षक की समय-समय पर मेडिकल जांच होगी और ट्रेनिंग शुरू करने से पहले हर ट्रेनी को फिटनेस सर्टिफिकेट देना जरूरी होगा. साथ ही, हर उड़ान को अनुभवी पायलट संभालेंगे और इमरजेंसी के लिए हमेशा बचाव पैराशूट उपलब्ध रहेंगे. इन सब के अलावा एक खास ग्राउंड टीम भी लगातार पायलटों के संपर्क में रहेगी ताकि कोई भी दिक्कत न आए. इन कड़े नियमों से मेघालय में पैराग्लाइडिंग देश के सबसे सुरक्षित एडवेंचर स्पोर्ट्स में से एक बन जाएगा.
मेघालय पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन सिर्फ पर्यटकों के लिए ही नहीं, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए भी नए मौके लेकर आई है. अब यहां पैराग्लाइडिंग ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि राज्य के युवा खुद इस खेल को सीख सकें और प्रशिक्षक या पायलट के तौर पर काम कर सकें. इससे न सिर्फ रोजगार बढ़ेगा, बल्कि मेघालय एडवेंचर टूरिज्म का बड़ा केंद्र भी बन जाएगा. MPA का मकसद है कि स्थानीय युवाओं को तैयार करके मेघालय को देश का अगला बड़ा पैराग्लाइडिंग डेस्टिनेशन बनाया जाए.
पैराग्लाइडिंग की आधिकारिक शुरुआत के मौके पर MPA इस साल के आखिर में शिलांग में एक बड़ी प्रतियोगिता आयोजित करेगा. इसमें भारतीय सेना और वायुसेना समेत देशभर के पैराग्लाइडर हिस्सा लेंगे. ये प्रतियोगिता दिखाएगी कि मेघालय का आसमान कितना रोमांचक और चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
यह भी पढ़ें: सिर्फ घूमना नहीं, अब सोकर मनाएं छुट्टी,'स्लीप टूरिज्म' के बेस्ट हैं ये डेस्टिनेशन
पैराग्लाइडिंग शुरू होने से मेघालय में पर्यटकों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है. अभी तक लोग यहां झरनों, गुफाओं और पहाड़ियों को देखने आते थे, लेकिन अब उन्हें रोमांचक उड़ान का भी मजा मिलेगा. इससे होटल, गेस्ट हाउस, लोकल टैक्सी, रेस्टोरेंट सबको फायदा होगा. यानी पैराग्लाइडिंग सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि मेघालय की अर्थव्यवस्था को नई उड़ान देने वाला कदम साबित होगा.
हालांकि सबकुछ आसान नहीं है. पैराग्लाइडिंग के उपकरण महंगे हैं और इसकी देखरेख में भी काफी खर्च आता है. लेकिन MPA सरकार और प्राइवेट स्पॉन्सर्स से मदद की उम्मीद कर रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस अनुभव का हिस्सा बन सकें.
मेघालय के युवा भी अब इस नए खेल को लेकर बेहद उत्साहित हैं. कई युवा पहले से ही भारत के दूसरे हिस्सों में जाकर पैराग्लाइडिंग सीख चुके हैं. ऐसे में अब जब अपने ही राज्य में ये मौका मिलेगा, तो ये उनके लिए गर्व की बात है. इस पर एमपीए का कहना है कि आने वाले समय में मेघालय को भारत के सबसे सुरक्षित और लोकप्रिय पैराग्लाइडिंग डेस्टिनेशन में बदलना उनका लक्ष्य है.
जिस दिन पहली बार कोई पैराग्लाइडर मेघालय की वादियों के ऊपर से गुजरेगा, उस दिन ये राज्य अपनी नई पहचान लिखेगा. अब तक मेघालय अपनी खूबसूरती और बारिशों के लिए जाना जाता था, अब ये रोमांच और उड़ान के लिए भी मशहूर होगा.
aajtak.in