जापान में 2026 से घूमना महंगा होने वाला है. जापान सरकार ने ऐलान किया है कि 2026 से घूमने-फिरने से जुड़े कई चार्जेस बढ़ा दिए जाएंगे, ताकि वे अपनी टूरिस्ट सुविधाओं को और बेहतर बना सकें और टूरिज्म को लंबे समय तक सही से चला सकें. इस बढ़ोतरी में अब आपको जापान से वापस जाते समय ज़्यादा एयरपोर्ट टैक्स देना होगा, वीज़ा लेने का खर्चा भी बढ़ जाएगा, और JESTA नाम की नई सिस्टम के तहत एंट्री से पहले एक प्री-स्क्रीनिंग चार्ज भी लगेगा.
जापान सरकार का कहना है कि वे अपने चार्जेस को दुनिया के बाज़ार के हिसाब से कर रहे हैं, और इन बढ़े हुए पैसों से वे एयरपोर्ट्स को मॉडर्न बनाएंगे, देश की सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करेंगे और शिक्षा से जुड़े अच्छे कामों में पैसा लगाएंगे. हालांकि, इन बढ़े हुए ख़र्चों से भविष्य में घूमने आने वाले लोगों पर असर पड़ सकता है, लेकिन जापान को लगता है कि दुनिया के टूरिज्म मार्केट में सबसे आगे बने रहने के लिए ये कदम उठाना बहुत ज़रूरी है.
जापान हमेशा से अपनी सस्ती यात्रा लागतों के लिए जाना जाता रहा है, जिसकी वजह से यह टूरिस्टों के लिए एक बढ़िया डेस्टिनेशन रहा है. लेकिन वित्तीय वर्ष 2026 से कई यात्रा-संबंधी शुल्क बढ़ने वाले हैं. इस प्लान में एयरपोर्ट डिपार्चर टैक्स (जापान से जाते वक्त लगने वाला टैक्स), वीज़ा चार्ज और साथ ही एंट्री से पहले लगने वाला एक नया स्क्रीनिंग चार्ज शामिल है.
अगर आप अगले कुछ सालों में जापान जाने का सोच रहे हैं, तो अच्छी खबर यह है कि ये बदलाव आपकी यात्रा पर तुरंत कोई असर नहीं डालेंगे. ज़्यादातर फीस की बढ़ोतरी और पॉलिसी में बदलाव अभी भी बातचीत के दौर में हैं और ये वित्तीय वर्ष 2026 से ही लागू होंगे. हालांकि, आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आपका यात्रा खर्च धीरे-धीरे बढ़ सकता है, जिन लोगों को वीज़ा के लिए अप्लाई करना होगा, या जिन पर JESTA स्क्रीनिंग सिस्टम का नया नियम लागू होगा, उनका ट्रैवल बजट शायद बढ़ जाए. इसलिए, यह एक अच्छा विचार है कि आप अपनी जापान यात्रा की प्लानिंग करते समय इन संभावित अतिरिक्त खर्चों को ध्यान में रखें.
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