कौन थे सुचिर बालाजी? ChatGPT मेकर पर सवाल उठाने वाले इंजीनियर, फ्लैट में मिला शव

Who was Suchir Balaji: OpenAI के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाने वाले इंजीनियर सुचिर बालाजी अपने फ्लैट में मृत मिले हैं. शुरुआती जांच में पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है. सुचिर लगभग चार साल तक OpenAI से जुड़े रहे थे. इस साल की शुरुआत में वो कंपनी से अलग हो गए थे और उन्होंने OpenAI पर कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर कई आरोप भी लगाए थे.

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सुचिर ने OpenAI में लगभग चार साल काम किया था. सुचिर ने OpenAI में लगभग चार साल काम किया था.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

26 साल के सुचिर बालाजी सैन फ्रांसिस्को के अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए हैं. सुचिर ChatGPT मेकर OpenAI के काम करने के तरीके पर सवाल उठाने की वजह से चर्चा में आए थे. सैन फ्रांसिस्को पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में उन्हें गड़बड़ी के कोई सबूत नहीं मिले हैं. पुलिस को अंदेशा है कि ये आत्महत्या हो सकती है. 

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बालाजी OpenAI में बतौर रिसर्च काम करते थे. उन्होंने इस साल की शुरुआत में कंपनी छोड़ दी थी. कंपनी छोड़ने के बाद वो ChatGPT मेकर पर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया था. 

OpenAI के काम पर लगाए थे कई आरोप

ChatGPT के लॉन्च होने के बाद से ही OpenAI पर इस तरह के आरोप लग रहे हैं. कंपनी ने इस AI मॉडल को साल 2022 में लॉन्च किया था. उसके बाद कंपनी पर कॉपीराइट को लेकर कई केस किए गए हैं. इनमें आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने अपने AI को ट्रेनिंग देने के लिए दूसरों के कॉपीराइट कंटेंट का इस्तेमाल किया है. 

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अपनी लेटेस्ट सोशल मीडिया पोस्ट पर सुचिर ने लिखा था, 'शुरुआत में मुझे कॉपीराइट, फेयर यूज के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन GenAI कंपनियों के खिलाफ हो रहे मुकदमों के बाद मुझे इसमें दिलचस्पी हुई.' उन्होंने बताया, 'जब मैंने इस मामले को समझा, तो पाया कि कई जनरेटिव AI कंपनियों के लिए फेयर यूज अंसभव जैसी स्थिति है.'

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कौन थें सुचिर बालाजी?

सुचिर बालाजी ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से कम्प्यूटर साइंस में पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने OpenAI और Scale AI में इंटर्नशिप की. OpenAI के अपने शुरुआती दिनों में उन्होंने WebGPT पर काम किया. इसके बाद वो GPT-4 की प्रीट्रेनिंट टीम का हिस्सा बनें. 

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लगभग चार साल तक OpenAI के साथ काम करने बाद उन्होंने कंपनी से अलग होने का फैसला किया. न्यू यॉर्क टाइम्स को दिए अपने एक इंटरव्यू में सुचिर ने कहा था कि उन्हें एहसास हुआ कि ये टेक्नोलॉजी समाज में अच्छे से ज्यादा बुरा प्रभाव डालेगी. उनकी मुख्य चिंता थी कि किस तरह से OpenAI कथित रूप से कॉपीराइट डेटा इस्तेमाल कर रही है. 

दोस्तों ने दी पुलिस को जानकारी

बता दें कि सुचिर बालाजी की मृत्यू की घटना 26 नवंबर की है, जो 14 दिसंबर को सामने आई है. रिपोर्ट्स की मानें तो सुचिर अपने दोस्तों और सहकर्मियों के फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे थे. जब उनके साथी फ्लैट पर पहुंचे, तो वो अंदर से बंद था. इसके बाद उन्होंने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी. पुलिस फ्लैट का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची, तो सुचिर का शव मिला.

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