Telegram यूज करते हैं तो हो जाएं सावधान! हैकर्स बैंक OTP चुरा खाली कर देते हैं अकाउंट

साइबर फ्रॉड को लेकर एक बार फिर से नई रिपोर्ट आई है. अब साइबर क्रिमिनल्स Telegram बोट के जरिए लोगों का बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 2:39 PM IST
  • साइबर क्रिमिनल्स Telegram बोट के जरिए लोगों का बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं
  • OTP फ्रॉड करके लोगों को साइबर क्राइम का शिकार बनाया जाता है

पिछले कुछ सालों में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑनलाइन अकाउंट को प्रोटेक्ट करने का सबसे आसान तरीका बना है. इसका फायदा अब साइबर क्रिमिनल्स उठाने लगे हैं. उनके लिए ये की-टारगेट का काम कर रहा है. इसको लेकर सिक्योरिटी कंपनी Intel 471 ने रिपोर्ट किया है. 

रिपोर्ट के अनुसार कुछ सर्विस अटैकर्स को वन टाइम पासवर्ड इंटरसेप्ट करने में मदद करती है. Intel 471 ने जितनी भी सर्विस जून महीने से ऑब्जर्व की है वो सभी या तो Telegram bot से चलती है या कस्टमर्स को टेलीग्राम चैनल से सपोर्ट देते हैं.

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 इन सपोर्ट चैनल्स बोट्स से भी यूजर्स को सक्सेस मिल जाती है और वो विक्टिम के अकाउंट से हजारों डॉलर निकाल लेते हैं. कंपनी के अनुसार साइबर क्रिमिनल्स विक्टिम को बैंक की तरफ से कॉल करके ओटीपी टाइप करवा देते हैं.

इसे वो कैप्चर कर लेते हैं और कोड्स को ऑपरेटर तक पहुंचा देते हैं. कुछ सर्विस दूसरे पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी टारगेट करती है. 

कंपनी ने बताया है कि SMSRanger बोट यूज करने में काफी आसान है. सिंपल कमांड से साइबर क्रिमिनल्स कई मोड्स को एक्टिवेट करके किसी बैंक, पेपल, ऐपल पे, गूगल पे को टारगेट कर सकते हैं. अगर विक्टिम ने फोन कॉल पर बैंक डिटेल्स को लेकर सही जानकारी दी है तो SMSRanger की एफिशिएंसी रेट 80 परसेंट तक है. 

इसी तरह BloodOTPbot बोट यूजर को फ्रॉडलेंट ओटोपी SMS से भेजता है. फिर अटैकर्स बैंक के तरफ से विक्टिम को कॉल करके और सोशल इंजीनियरिंग ट्रिक यूज करके वेरिफिकेशन हासिल कर लेते हैं. इसी तरह एक बोट SMS Buster भी काम करता है. ये यूजर्स से बैंक डिटेल्स हासिल करके विक्टिम का अकाउंट खाली कर देता है. इससे बचने के लिए आप फोन कॉल पर किसी बैकिंग डिटेल्स ना बताएं.
 

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