...CT Scan, MRI और Xray की नहीं होगी जरूरत, Eye स्कैनिंग से पता चलेंगी बीमारियां!

Google AI मेडिकल सेक्टर में कई बड़े बदलाव लाएगा. यह जानकारी खुद गूगल के सुंदर पिचाई ने एक वीडियो में दी है. अब सिर्फ आई स्कैन से कई बीमारियों का पता लगाया जा सकेगा, जिसके लिए मौजूदा समय में CT Scan, MRI और Xray आदि किए जाते हैं. आइए डिटेल्स में इसके बारे में जानते हैं.

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Google AI मेडिकल सेक्टर में कई बड़े बदलाव लाएगा. (सांकेतिक फोटो) Google AI मेडिकल सेक्टर में कई बड़े बदलाव लाएगा. (सांकेतिक फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 19 जून 2023,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST

AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से स्कूल,कॉलेज या ऑफिस आदि के काम को जल्दी और एक्युरेट किया जा सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि AI  से जल्द बीमारी का भी पता लगा सकेंगे और उससे ईलाज में भी मदद मिलेगी. ऐसा कहना गूगल के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सुंदर पिचाई का है. 

दरअसल, माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter पर एक वीडियो सामने आया है, जो गूगल के किसी पुराने इवेंट का है. इस वीडियो में सुंदर पिचाई Google AI की खूबियां बता रहे हैं.  साथ ही उन्होंने बताया है कि कैसे यह AI सिस्टम मेडिकल सेक्टर में रेवोल्यूशनरी बदलाव लाएगा. 

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रेटीना स्कैन से पता चलेगी बीमारियां 

Google AI जल्द ही कई सेक्टर को मजबूत करेगा. सुंदर पिचाई ने बताया कि Google AI के डीप एनालाइजेशन का इस्तेमाल करके सिर्फ आंख की रेटीना स्कैन कर कई बीमारियों का पता चल जाएगा. इतना ही नहीं यह बीमारियों का अनुमान भी लगा सकते हैं. इसके लिए ब्लड सैंपल और चीरा आदि लगाने की जरूरत नहीं होगी. 

X-Ray और CT स्कैन की जरूरत नहीं

माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक यूजर्स ने सुंदर पिचाई का वीडियो शेयर करके लिखा है कि अब सिर्फ आई स्कैन से कई बीमारियों का पता लगाया जा सकेगा, जिसके लिए मौजूदा समय में CT Scan, MRI और Xray आदि किए जाते हैं. 

सुंदर पिचाई ने बताया है कि सिर्फ एक रेटिना स्कैन से Age, Biological Sex, Smoking हैबिट, डायबिटीज, BMI और ब्लड प्रेशर की जानकारी मिलेगी. वीडियो के मुताबिक, हर एक जानकारी में दो ऑप्शन दिए हैं, जिनमें से एक प्रीडिक्ट और एक्चुअल कंडिशन मिलेगी.  

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गंभीर स्थिति से पहले जानकारी 

वीडियो में बताया है कि Google AI से सिर्फ एक डॉक्टर ढेरों मेडिकल रिपोर्ट्स को एनालाइज कर सकेगा. डॉक्टर ये अनुमान भी लगा सकेंगे कि 24 घंटे या 48 घंटे बाद पेशेंट की कंडिशन क्या हो सकती है. ऐसी कंडिशन में डॉक्टर को भर्ती करने में आसानी होगी. 

 

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