सैमसंग और ऐपल दुनिया के दो ऐसे ब्रांड हैं जिनके बीच काफी सालों से स्मार्टफोन मार्केट में नंबर-1 की रेस बनी रहती है. फिलहाल बादशाहत सैमसंग के पास है, लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो नंबर-1 ऐपल जल्द ही कब्जा कर सकता है.
काउंटर प्वाइंट की नई रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में Apple दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन ब्रांड बन सकता है. Apple की iPhone 17 सीरीज़ ने अमेरिका और चीन जैसे बड़े बाज़ारों में बहुत तेज़ बिक्री दर्ज की है, जिससे कंपनी की ग्लोबल शिपमेंट में 10% सालाना बढ़त का अनुमान लगाया गया है. इसके मुकाबले सैमसंग की शिपमेंट्स में सिर्फ 4.6% ग्रोथ दिख रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में Apple का ग्लाबल मार्केट शेयर करीब 19.4% तक जा सकता है. इससे 2011 के बाद पहली बार Apple पूरे साल के हिसाब से नंबर–1 ब्रांड बनने की स्थिति में है.
Replacement Cycle ने बढ़ाई iPhone की मांग
Counterpoint के Yang Wang के मुताबिक स्मार्टफोन मार्केट एक नए अपग्रेड साइकल में एंटर कर चुका है. रिपोर्ट बताती है कि 2023 से Q2 2025 के बीच लगभग 35.8 करोड़ सेकंड हैंड स्मार्टफोन्स बेचे गए हैं. ये यूज़र्स पहले से Apple ecosystem में हैं और आने वाले समय में नए iPhones पर अपग्रेड करने की संभावना ज़्यादा है. इस बड़े अपग्रेड बेस ने भी Apple की आगे की बिक्री को भी मजबूत किया है.
आगे क्या: Foldable iPhone और सस्ता iPhone 17e
Counterpoint का अनुमान है कि Apple सिर्फ 2025 में ही नहीं, बल्कि 2029 तक ग्लोबल रैंकिंग में टॉप पर बना रह सकता है. इसके पीछे दो मुख्य वजहें बताई जा रही हैं. कंपनी कुछ समय बाद एक सस्ता iPhone 17e लॉन्च कर सकती है और अगले साल कंपनी का पहले फोल्डेबल भी आ सकता है.
Premium Segment में Apple का मजबूत दबदबा
प्रीमियम स्मार्टफोन कैटिगरी जिनमे ₹45,000 से ऊपर के फोन आते हैं. इसमें Apple की पकड़ पहले से ही बहुत मजबूत है. 2024 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सेग्मेंट में Apple का हिस्सा 67% था.
ये सेग्मेंट ग्लोबल स्मार्टफोन रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा बनाता है, जिससे Apple को सॉलिड फायदा मिलता है.
India में Apple की तेज़ बढ़त
भारत Apple के लिए सबसे तेजी से बढ़ने वाले बाज़ारों में शामिल है. मार्केट ट्रैकर्स के मुताबिक 2025 के तीसरे क्वार्टर में Apple पहली बार भारत के टॉप 5 स्मार्टफोन ब्रांड्स में शामिल हुआ. वैल्यू शेयर के मामले में Apple 2024 में ही भारत का नंबर–1 ब्रांड बन गया था, जहां इसका शेयर करीब 23% था. 2025 में Apple की इंडिया शिपमेंट 14–15.5 मिलियन तक पहुंच सकती हैं, यानी लगभग 25% सालाना बढ़त.
iPhone 17 की लॉन्च सेल भी पिछले मॉडल्स के मुकाबले 15–20% बेहतर रही हैं. EMI, बैंक ऑफर्स और इंडिया एसेंबली की वजह से प्राइसिंग भी पहले के मुकाबले अट्रैक्टिव हुई हैं, खास तर पर नॉन प्रो मॉडल्स की जो भारत में ज्यादा बिकते हैं.
Samsung के लिए चुनौती, लेकिन Android अभी भी बड़ा प्लेटफ़ॉर्म
सैमसंग सालों से शिपमेंट के मामले में सबसे बड़ा ब्रांड रहा है. Apple के इस बढ़त के बावजूद, एंड्रॉयड इकोसिस्टम का ग्लोबल यूजरबेस अभी भी काफी बड़ा है. दुनिया भर में स्मार्टफोन इंस्टॉल बेस में Android का हिस्सा 70% से ज़्यादा है. सैमसंग इसमें काफी आगे है.
यानि ब्रांड के स्तर पर Apple आगे जा सकता है, लेकिन OS के स्तर पर Android अभी भी डॉमिनेट करता है.
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