AI से बनाया गाना और म्यूज़िक तो कौन होगा उसका मालिक? ये है जवाब

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी AI की रीच आजकल हर कहीं पहुंच गई है. Generative Ai की मदद से जहां से आप लेटर, कविता और कहानी आदि लिख सकते हैं. वहीं इसकी मदद से कुछ ऐप म्यूजिक कंपोज करने की सुविधा देते हैं. अब ऐसे में सवाल आता है कि AI के जनरेटेड कंटेंट पर किसका अधिकार है और कौन इस पर अपना मालिकाना हक जता सकता है. आइए इसके बारे में जानते हैं.

Advertisement
AI AI

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 19 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:01 AM IST

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से टेक्स्ट और इमेज आदि जनरेट कर सकते हैं और कई लोग उन्हें इस्तेमाल भी कर रहे हैं. अब कई ऐसे AI टूल भी हैं, जिनकी मदद से यूजर्स एक गाना या फिर म्यूजिक तैयार कर सकते हैं. 

अन्य Generative AI टूल्स की तरह दो प्रोडक्ट Suno और Udio ऐसे हैं, जो यूजर्स के प्रॉम्प्ट (एक तरह की कमांड) को म्यूजिक और गाने के आउटपुट में कंवर्ट कर देते हैं. 

Advertisement

उदाहरण के रूप में समझें तो Suno पर एक प्रॉम्प्ट दिया कि एक रॉक सॉन्ग बनाओ, जिसमें मेरे पालतु कुत्ते ने मेरा होमवर्क खा लिया. इसके बाद Suno एक ऑडियो फाइल जनरेट कर देगा, जिसमें इंस्ट्रूमेंट और वोकल को कॉम्बीनेशन है. इस आउटपुट को MP3 फाइल फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं. 

AI से लिखवा सकते हैं लिरिक्स 

इतना ही नहीं यूजर्स AI को प्रॉम्प्ट देकर लिरिक्स लिखने के लिए भी कह सकता है. हालांकि कई ऐप्स सलाह देते हैं कि जब लिरिक्स और म्यूजिक दोनों को जनरेट करने को कहा जाता है, तो Apps ज्यादा बेहतर रिजल्ट देते हैं. 

लिरिक्स और म्यूजिक का मालिक कौन?

अब सवाल आता है कि AI की मदद से तैयार किए गए म्यूजिक और लिरिक्स का मालिक कौन है, उस पर किसका कॉपीराइट लागू होगा. यह एक जरूरी सवाल है, आइए इसके बारे में जानते हैं. 

Advertisement

ऐप के नियम व शर्ते क्या कहते हैं? 

Suno के फ्री और पेड वर्जन मौजूद हैं. जो लोग Suno का फ्री वर्जन इस्तेमाल करते हैं, उसमें Suno कंटेंट का मालिकाना हक अपने पास रख लेती हैं. हालांकि कई यूजर्स इस प्लेटफॉर्म के साउंड का इस्तेमाल कानूनी दायरे में रहकर करते हैं. इसे वे कमर्शियली तौर पर इस्तेमालनहीं कर सकते हैं. साथ ही इसमें Suno को क्रेडिट देना होगा. यह ऐप अमेरिका बेस्ड है.  

यह भी पढ़ें: OpenAI CTO मीरा मुराती ने लॉन्च किया GPT 4o, फीचर्स जान कर उड़ेंगे होश, इंसानों की तरह करता है बात

पेड वर्जन में मिल जाता है मालिकाना अधिकार

Suno के पेड वर्जन में कंपनी मालिकाना हक की परमिशन यूजर्स को दे देती है. साथ ही कंपनी यूजर्स को छूट दे देती है कि वे जहां चाहें, उस कंटेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि इसमें कुछ नियम और शर्तें हैं. 

Udio की नियम व शर्तें Suno से अलग हैं

Udio अपने जनरेटेड कंटेंट पर किसी भी तरह के मालिकाना हक का क्लेम नहीं करता है.साथ ही वह अपने यूजर्स को आजादी देता कि वे इसका जब चाहें, जहां चाहें इस्तेमाल कर सकते हैं. इसलिए किसी भी ऐप और सॉफ्टवेयर से म्यूजिक और लिरिक्स जनरेट करने से पहले उसके नियम व शर्तों को पढ़ लें.   

Advertisement

यह भी पढ़ें: HMD के तीन नए स्मार्टफोन लॉन्च, 50MP कैमरा के साथ 5000mAh की बैटरी, नहीं है Nokia की ब्रांडिंग

अलग-अलग देशों में अलग-अलग कानून 

अलग-अलग देशों में कॉपी राइट को लेकर अलग-अलग कानून हैं और कई देश अभी Generative AI से जनरेट होने वाले कंटेंट पर नियम कानून बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. अमेरिका में अगर कोई व्यक्ति अमेरिकी सिंगर की आवाज का इस्तेमाल किसी गाने या फिर किसी दूसरे कंटेंट में करते हैं, तो यह सिंगर के साथ धोखाधड़ी है और वो आप पर केस कर सकता है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement