टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने DOT के एक प्रपोजल को मंजूरी दे दी है. डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन के इस प्रपोजल के मुताबिक कॉल करने वाला के नंबर के साथ ही उसका नाम भी रिसीवर के फोन पर नजर आना चाहिए. (Photo: Unsplash)
इस फीचर को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) कहा गया है, जो कॉलर की जानकारी उनके रजिस्ट्रेशन के आधार पर देगा. SIM रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस में जो आइडेंटिटी प्रूफ दिया गया होगा, उसके आधार पर कॉलर का नाम दिखेगा. ये एक सप्लीमेंट्री सर्विस होगी जो बेसिक टेलीकॉम सर्विस के साथ मिलेगी. (Photo: Unsplash)
TRAI की मानें, तो CNAP सर्विस सभी भारतीय टेलीकॉम यूजर्स के लिए बाय डिफॉल्ट ऑन रहेगी. अगर कोई इस फीचर का एक्सेस नहीं चाहता है, तो वो टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को इसे बंद करने के लिए रिक्वेस्ट कर सकता है. (Photo: Unsplash)
एक बार इस फीचर के रोलआउट होने पर कॉल करने वाले की जानकारी रिसीवर के फोन पर नंबर के साथ नजर आएगी. इसके लिए आपको किसी थर्ड पार्टी ऐप की जरूरत नहीं होगी. मौजूदा वक्त में इस तरह की सुविधा के लिए लोग TrueCaller जैसे ऐप का इस्तेमाल करते हैं. (Photo: Unsplash)
माना जा रहा है कि इस कदम से रिसीवर को कॉल करने वाली से बेहतर जानकारी हो पाएगी. TRAI का कहना है कि इससे स्पैम कॉल्स कम करने में भी मदद मिलेगी. CNAP के बिना लैंडलाइन या मोबाइल नंबर सिर्फ कॉलिंग लाइन आइडेंटिफिकेशन के तहत दिखते हैं. (Photo: Unsplash)
फिलहाल इंडियन टेलीकॉम नेटवर्क्स को सिर्फ कॉलिंग लाइन आइडेंटिफिकेशन इनकमिंग कॉल के दौरान दिखाना होता है. CNAP को लेकर कोई नियम जारी नहीं किया गया है. ट्राई ने इस संबंध में डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है. (Photo: Unsplash)
पहले DOT ने एक ट्रायल किया था, जिसमें 4G और 5G नेटवर्क पर इस सर्विस को चुनिंदा शहरों में जोड़ा गया था. इस सर्विस को सर्किट स्विच और पैकेट स्विच नेटवर्क दोनों पर टेस्ट करना था. हालांकि, इसमें कई दिक्कतों के बाद सर्विस को सिर्फ पैकेट स्विच नेटवर्क पर टेस्ट किया गया था. (Photo: Unsplash)