कपड़े धोने के काम को वॉशिंग मशीन ने आसान बना दिया है, लेकिन इसकी कीमत भारी है. लोगों को ना सिर्फ मशीन खरीदने और चलाने पर पैसे खर्च करने होते हैं, बल्कि इसमें खर्च होने वाले पानी का आंदाजा लगाना मुश्किल है. जहां दुनियाभर के कई हिस्सों में लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है.
वहीं वॉशिंग मशीन में सैकड़ों लीटर पानी थोड़े से कपड़े साफ करने में बर्बाद हो जाता है. इतना ही नहीं हमें इसके लिए डिटर्जेंट का इस्तेमाल करना होता है, जो हमारी स्किन के लिए अच्छे नहीं होते हैं.
इससे कपड़ों का फैब्रिक भी खराब हो जाता है. ऐसे में एक स्टार्टअप ने इसका सामाधान खोजने की अच्छी कोशिश की है. कंपनी का नाम 80 वॉश है. इसने 80 सेकेंड में कपड़ों को साफ करने वाली वॉशिंग मशीन तैयार की है.
चंडीगढ़ की 80Wash दो प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने की कोशिश कर रही है. एक तो ऑटोमेटिक और दूसरी वॉशिंग मशीन्स में खर्च होने वाले पानी और दूसरे डिटर्जेंट के नाम पर इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स की.
इसके लिए रूबल गुप्ता, नितिन कुमार सलूजा और विरेंद्र सिंह ने अपने स्टार्ट 80Wash की शुरुआत की, जो 80 सेकेंड में कपड़ों को साफ कर सकता है. हालांकि, सफाई का टाइम (स्पिन) कपड़ों और दाग के हिसाब से बढ़ता है.
इसमें आप मेटल कंपोनेंट और PPE किट्स को भी साफ कर सकते हैं. इसके लिए आपको कुछ मिनट्स और थोड़ा पानी खर्च करना होगा. यह मशीन ISP स्टीम टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है, जो बैक्टेरिया को लो फ्रिक्वेंसी रेडियो फ्रिक्वेंसी पर बेस्ड माइक्रोवेव की मदद से मारती है.
ऐसे ही यह मशीन कपड़ों पर लगे दाग, धूल और कलर को भी साफ करती है. इसके लिए रूम टेम्परेचर पर ड्राई स्टीम जनरेटर का इस्तेमाल किया जाता है. सिंगल साइकिल में आप 80 सेकेंड में लगभग 5 कपड़े आधे कप पानी में धो सकते हैं.
स्टार्टअप की मानें तो इसके लिए किसी डिटर्जेंट की जरूरत नहीं होगी. ज्यादा दाग होने पर मशीन धुलाई की साइकिल्स बढ़ा देगी. यह क्षमता 7-8KG वाले मॉडल की है. वहीं 70 से 80 KG वाले मॉडल की क्षमता 50 कपड़ों को साफ करने की है. इसमें 5 से 6 ग्लास पानी खर्च होगा.
फिलहाल यह मशीन पायलट प्रोजेक्ट में है. स्टार्टअप ने चंडीगढ़, पंचकुला और मोहाली के होटल्स और हॉस्पिटल समेत कुल 7 जगहों पर इसे लगाया है. 80Wash ने पे-पर-यूज मॉडल अपनाया है.
इसके लिए कंपनी स्टूडेंट्स को 200 रुपये प्रति माह का सब्सक्रिप्शन दे रही है, जिसमें वह अनलिमिटेड कपड़े धो सकते हैं. स्टार्टअप को पंजाब और हरियाणा सरकार से मंजूरी भी मिल गई है.
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