देश में भाप के इंजन से चलने वाली रेलगाड़ियां का इस्तेमाल रेलवे 25 साल पहले कर चुका है. वहीं, दिल्ली में एक बार फिर इसी भाप के इंजन से चलने वाली रेल सेवा का शुभारंभ किया गया है. यह रेल महज 10 रुपये के सामान्य किराये पर गढ़ी हरसरू और फर्रुख नगर के बीच चलेगी.
इस भाप के इंजन से चलने वाली रेल सेवा को शुरू करने के पीछे का मकसद विश्वभर के पर्यटकों को लुभाना है. ये पर्यटक यहां आकर इस हैरीटेज ट्रेन में सफर का रोमांच अनुभव कर सकेंगे. इससे इस क्षेत्र में पर्यटन से जुड़ी अन्य संभावनाओं को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
इस रेलगाड़ी WP-7200 को सन् 1947 में मैसर्स बाल्डविन लोकोमोटिव वर्क्स यूएसए द्वारा बनाया गया था. उसी साल इसे भारत लाया गया था. इसलिए इसका नाम 'आजाद' रखा गया था. इस इंजन को मैकेनिकल इंजीनियरिंग की दक्षता के साथ इसके पुराने रूप में ही सहेजकर रखा गया है.
उत्तर रेलवे के चीफ इंजीनियर अरुन अरोरा ने बताया कि रेलमंत्री द्वारा स्टीम टूरिज्म को प्रोत्साहन देने और अपनी धरोहर को सहेजकर रखने के दिए निर्देशों के मुताबिक इस इंजन को स्टीम लोको शेड रेवाड़ी द्वारा फिर से स्थापित किया गया है.
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने 15 सितंबर, 2018 को 'स्वच्छता ही सेवा' सप्ताह के शुभारंभ के दिन इस रेलगाड़ी को रविवार से चलाए जाने की घोषणा की थी. रविवार को जब इस ट्रेन को चलाया गया तो रेल यात्रियों में काफी उत्साह देखा गया.
स्टीम स्पेशल संख्या 04445 सुबह 09:30 बजे गढ़ी हरसरू से चलकर सुबह 10:15 बजे फर्रुख नगर पहुंचेगी. इसकी वापसी यानी गाड़ी संख्या 04446 फर्रुख नगर से 11:15 बजे चलकर दोपहर 12:00 बजे गढ़ी हरसरू होगी. रास्ते में यह ट्रेन दोनों तरफ से सुल्तानपुर कलियावास रेलवे स्टेशन पर ठहरेगी.
राहुल झारिया / सिद्धार्थ तिवारी