दिग्गज कॉमेडियन और एक्टर जगदीप ने बुधवार रात दुनिया को अलविदा कह दिया. 81 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया. सूरम भोपाली के नाम से मशहूर जगदीप के निधन से बॉलीवुड गलियारों में शोक की लहर है. जगदीप का हिंदी सिनेमा में योगदान भुलाया नहीं जा सकता.
व्हीलचेयर पर बैठकर लेने पहुंचे थे आखिरी अवॉर्ड
2019 में जगदीप को IIFA अवॉर्ड्स में विशेष सम्मान दिया गया था. जगदीप को हिंदी सिनेमा में उनके बेहतरीन योगदान के लिए आईफा अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. जगदीप को आउटस्टैंडिंग कंट्रीब्यूशन टू इंडियन सिनेमा का अवॉर्ड डायरेक्टर रमेश सिप्पी और एक्टर रणवीर सिंह ने दिया था. तब जगदीप आईफा के मंच पर व्हीलचेयर में बैठकर अवॉर्ड लेने पहुंचे थे. IIFA में सभी एक्टर्स ने मिलकर जगदीप को ट्रिब्यूट दिया था. स्टेज पर जगदीप के साथ उनके बेटे जावेद जाफरी, नावेद जाफरी और उनके पोते मीजान जाफरी मौजूद थे.
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जगदीप को उनके कॉमिक रोल्स के लिए जाना जाता था. कॉमिक किरदार में जगदीप का कोई सानी नहीं था. उनकी कॉमिक टाइमिंग जबरदस्त थी. अपने करियर में जगदीप ने 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था. कम उम्र से ही जगदीप ने इंडस्ट्री में काम करना शुरू कर दिया था. फिल्म शोले में उनके द्वारा निभाया गया किरदार सूरमा भोपाली आज तक लोगों के बीच पॉपुलर है.
कैसे सैय्यद इश्तियाक अहमद जाफरी से हिंदी सिनेमा के सूरमा भोपाली बने जगदीप
जगदीप का असली नाम सैय्यद इश्तियाक अहमद जाफरी था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बीआर चोपड़ा की फिल्म अफसाना से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. अपने उम्दा रोल्स के लिए जगदीप को कई बार अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया था. उनका जाना फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्षति है. इस साल बॉलीवुड ने अपने कई बड़े कलाकारों को खोया है. इस फेहरिस्त में अब जगदीप का नाम भी जुड़ गया है.
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