विदेश जाने वाले छात्रों को वेंकैया का मंत्र- पढ़ो, कमाओ और मातृभूमि लौट आओ

नायडू ने कहा, 'जाओ, पढ़ो, कमाओ और मातृभूमि लौट आओ. उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपनी मातृ भाषा, जन्मस्थान और मातृभूमि को नहीं भूलना चाहिए. उनके लिए देशभक्ति की परिभाषा देश प्रेम है

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वेंकैया नायडू (फाइल फोटो) वेंकैया नायडू (फाइल फोटो)

सना जैदी

  • पुणे,
  • 30 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 1:27 PM IST

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों से स्वदेश वापस आने की अपील की है. उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों से कहा कि उन्हें एक समय पर वापस आकर देश की सेवा करनी चाहिए.

स्वदेश आकर मातृभूमि की सेवा करें

नायडू ने गुरुवार को डॉ. डीवाई पाटिल विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही. उपराष्ट्रपति ने कहा, मैं समझता हूं कि कई छात्र स्नातक की पढ़ाई पूरी करके भारत या विदेश में उच्च शिक्षण संस्थानों में आगे की शिक्षा हासिल करना चाहेंगे. अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने में कुछ गलत नहीं है, लेकिन मेरी सलाह हर किसी को है कि जो विदेश जाता है वह वापस आए और मातृभूमि की सेवा करे.

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मातृभूमि को नहीं भूलना चाहिए

नायडू ने कहा, 'जाओ, पढ़ो, कमाओ और मातृभूमि लौट आओ. उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपनी मातृ भाषा, जन्मस्थान और मातृभूमि को नहीं भूलना चाहिए. उनके लिए देशभक्ति की परिभाषा देश प्रेम है. नायडू ने कहा कि देश का मतलब सिर्फ सीमाएं नहीं है, बल्कि इसमें लोग शामिल हैं, भले ही उनकी जाति और पंथ कोई भी हो. उन्होंने कहा कि हमारे पास भले ही विभिन्न भाषाएं और धर्म हों, लेकिन विविधता में एकता है और यही एकता हमारी संस्कृति और विरासत है.

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