उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में एक के बाद एक 4 इमारतें गिर गई. इन तीनों इमारतों के घिरने से तीन लोगों की मौत हो गई है. जबकि चार लोग घायल हैं.
राजधानी के गणेशगंज इलाके में एक बिल्डिंग के गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई. जबकि वहीं हुसैन में इमारत के गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई. पुलिस प्रशासन की टीम राहत कार्य में जुटी हुई है. पिछले एक सप्ताह से लखनऊ और आस पास के इलाके में लगातार बारिश हो रही है.
लखनऊ के हुसैन में बिल्डिंग के गिर जाने से दो लोगों की मौत हो गई. जबकि तीन लोग घायल हैं. लखनऊ के अमीनाबाद में दूसरी बिल्डिंग गिरी , लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है. इमारत में तला लगा हुआ है. हादसे के दौरान बिल्डिंग में कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था.
राजधानी के लखनऊ के लालकुआं इलाके में भी एक बिल्डिंग गिरने का मामला सामने आया है. बिल्डिंग के गिरने से एक आठ साल की बच्ची घायल हो गई है.
लखनऊ के उदयगंज के पास एक इमारत गिर गई है. इसमें चार लोगों को बचाया गया है.
हालांकि गणेशगंज में गिरने वाली बिल्डिंग 60-70 साल पुरानी थी. इस बिल्डिंग में परिवार के 6 लोग और एक आया समेत कुल 7 लोग थे, बिल्डिंग के मलबे में दो लोग दब गए थे. इनमें से एक बच्ची की मौत हो गई. जबकि घायल महिला को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसका इलाज चल रहा है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. परिवार के बाकी 5 लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
लखनऊ के गणेश नगर में गिरी इस इमारत में मकान मालिक की तीन बेटियों, एक बेटे, दंपती और एक आया समेत कुल 7 लोग रहते थे. जब यह इमारत गिरी तो परिवार के बाकी सदस्य घर से बाहर गए हुए थे. मां सरिता और बेटी आशी ही घर में मौजूद थे और मलबे में दबकर आशी की मौत हो गई.
मां सरिता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है स्थानीय लोगों का कहना है कि इमारत पहले ही जर्जर हालत में थी, इसके बावजूद इसे खाली नहीं करवाया गया.
बता दें कि यूपी में हो रही बारिश से हर रोज हादसे हो रहे हैं. बारिश के चलते एक जुलाई से अब तक कुल 165 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 134 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
बता दें कि पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में दो बिल्डिंगें गिर गई थी. इसमें एक 6 मंजिला इमारत थी तो दूसरी दो मंजिल की बिल्डिंग थी. ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में निर्माणाधीन बिल्डिंग के बगल में पहले से ही एक बिल्डिंग बनी हुई थी जिसमें तकरीबन 18 परिवार रहते थे.
कुमार अभिषेक / नीलांशु शुक्ला